किश्तवाड़ आपदा: हर ओर चीख-पुकार, परिवारों का उजड़ा संसार, अब तक 60 लोगों की मौत
punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 11:42 AM (IST)

नारी डेस्क: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आई भीषण प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी बारिश और बादल फटने से इलाके में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे कई गांवों में तबाही मच गई। इस हादसे में अब तक 60 लोगों के शव मलबे से बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 116 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
गांवों में तबाही, घरों के साथ ज़िंदगियां भी बहीं
सबसे ज्यादा असर पड्डर ब्लॉक के गुलाबगढ़ और चशोती गांवों में देखा गया है। बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने कई घरों को अपने साथ बहा लिया और दर्जनों लोग मलबे में दब गए। बचाव कार्य के लिए मौके पर एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की टीमें लगातार जुटी हुई हैं।
#WATCH | किश्तवाड़: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किश्तवाड़ के चशोती इलाके में बादल फटने की घटना पर कहा, "यह वाकई बहुत बड़ा और दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है, कई लोग घायल हुए हैं। लगभग 60 शव मिले हैं, हम लापता लोगों की सही संख्या का आकलन कर रहे हैं। बहुत बड़ा हादसा हुआ… pic.twitter.com/TdWoxcPbDK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2025
सीएम उमर अब्दुल्ला पहुंचे ज़मीन पर हालात देखने
राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को किश्तवाड़ के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने गुलाबगढ़ गांव में हालात का जायजा लिया और वहां से चशोती गांव के लिए रवाना हुए। सीएम ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में बताया कि अब तक 60 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि लापता लोगों की संख्या पर काम जारी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि रेस्क्यू और राहत कार्य खत्म होने के बाद यह भी जांच की जाएगी कि क्या इस आपदा से पहले प्रशासन की ओर से कोई एहतियात बरती जा सकती थी।
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Kishtwar में बादल फटने से 60 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, सैकड़ों घायल हैं और कई अब भी लापता हैं।#Kishtwar #IndianArmy #cloudburst #pray pic.twitter.com/NQg9gjRbrp
— manish paathak (@PaathakManish) August 15, 2025
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी पहुंचे घटनास्थल
आपदा की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी प्रभावित इलाके में पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस घटना का संज्ञान लिया और अधिकारियों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि रातों-रात जरूरी उपकरण और टीमें मौके पर भेजी गईं, ताकि फंसे हुए लोगों को जल्दी से जल्दी निकाला जा सके।
मौसम बनी बड़ी चुनौती, लगातार बारिश से राहत में रुकावट
आपदा के बाद इलाके में लगातार बारिश जारी है, जिससे रेस्क्यू टीमों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बिना जरूरत घरों से बाहर ना निकलें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
जनता डरी हुई, प्रशासन अलर्ट पर
इस आपदा ने न सिर्फ जन-धन का नुकसान किया है, बल्कि लोगों में डर और चिंता का माहौल भी बना दिया है। हालांकि, प्रशासन और सरकारें राहत पहुंचाने में जुटी हुई हैं और लगातार प्रयास कर रही हैं कि किसी और जान की हानि ना हो।