थायरॉइड कैंसर से गई KGF एक्टर की जान, काश पहले ही पहचान लेते इसके शुरुआती लक्षण
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 03:08 PM (IST)
नारी डेस्क: 'ओम' और 'केजीएफ' सीरीज जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए मशहूर दिग्गज कन्नड़ अभिनेता हरीश राय का कैंसर से जूझने के बाद निधन हो गया है। वे लंबे समय से थायरॉइड कैंसर से जूझ रहे थे , लंबी लड़ाई के बाद वो जंग हार गए थे। थायरॉइड कैंसर (Thyroid Cancer) आजकल तेजी से बढ़ रहा एक प्रकार का कैंसर है, लेकिन अच्छी बात यह है कि अगर इसे शुरुआती अवस्था में पहचान लिया जाए, तो इसका इलाज बहुत सफल होता है।
थायरॉइड कैंसर क्या होता है?
हमारे गले के सामने, कंठ के नीचे एक छोटी सी ग्रंथि (gland) होती है - जिसे थायरॉइड ग्रंथि कहते हैं। यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म, हार्मोन संतुलन और ऊर्जा नियंत्रण में अहम भूमिका निभाती है। जब इस ग्रंथि की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और गांठ या ट्यूमर बना लेती हैं, तब इसे थायरॉइड कैंसर कहा जाता है।

थायरॉइड कैंसर कितना खतरनाक है?
यह धीरे-धीरे बढ़ने वाला कैंसर है। अधिकतर मामलों में यह इलाज योग्य (curable) होता है, अगर समय पर पहचान हो जाए। लेकिन अगर यह शरीर के दूसरे हिस्सों (जैसे फेफड़े या हड्डियों) तक फैल जाए, तो यह गंभीर और जानलेवा हो सकता है।
थायरॉइड कैंसर की पहचान कैसे करें (लक्षण)
थायरॉइड कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर मामूली लगते हैं, लेकिन उन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए:
-गले में गांठ या सूजन-जो धीरे-धीरे बढ़ती जाती है।
-आवाज़ में बदलाव या भारीपन।
-गले या कान में दर्द।
-निगलने या सांस लेने में परेशानी।
-लगातार थकान या कमजोरी महसूस होना।
-गले के आसपास असामान्य मोटापनया सूजन।
अगर गले में कोई गांठ दो सप्ताह से ज्यादा बनी रहे, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।

थायरॉइड कैंसर की जांच (Diagnosis):
डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट करवाते हैं
थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (TFT)-हार्मोन स्तर जांचने के लिए।
अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन – गांठ की बनावट देखने के लिए।
फाइन नीडल बायोप्सी (FNAC) – कैंसर कोशिकाओं की पुष्टि के लिए।
थायरॉइड स्कैन या MRI – कैंसर फैला है या नहीं, यह पता लगाने के लिए।
थायरॉइड कैंसर का इलाज
इलाज उसकी स्टेज और प्रकार पर निर्भर करता है। सर्जरी (Operation) से थायरॉइड ग्रंथि का कुछ हिस्सा या पूरा हिस्सा निकाल दिया जाता है। रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरेपी कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए होती है। हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से थायरॉइड निकालने के बाद हार्मोन की कमी हो जाती है। रेडिएशन या कीमोथेरेपी उन्नत मामलों में इस्तेमाल होती है।
बचाव और ध्यान रखने योग्य बातें
गर्दन में कोई गांठ या सूजन नज़र आए तो तुरंत जांच करवाएं। आयोडीन युक्त नमक का नियमित सेवन करें। धूम्रपान और अत्यधिक शराब से बचें। नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं, खासकर अगर परिवार में थायरॉइड की बीमारी का इतिहास हो। थायरॉइड कैंसर खतरनाक ज़रूर है, लेकिन जल्दी पहचान और सही इलाज से यह पूरी तरहठीक किया जा सकता है। इसलिए अपने शरीर के छोटे-छोटे बदलावों को कभी अनदेखा न करें।

