फेमस सिंगर कैटी पेरी का दर्दनाक खुलासा: पिता ने किया यौन शोषण...
punjabkesari.in Wednesday, Oct 08, 2025 - 02:51 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में प्रसिद्ध पॉप सिंगर कैटी पेरी ने एक बहुत ही दर्दनाक सच सबके सामने रखा है। उन्होंने अपनी नई किताब "This Happened To Me: A Reckoning" में बताया है कि बचपन में उनके अपने पिता ने ही उनका यौन शोषण किया था। यह खुलासा पढ़कर किसी को भी दिल दुख सकता है, क्योंकि जिसे हम अपना संरक्षक मानते हैं, वही अगर शिकारी बन जाए तो बच्चे के लिए इससे बड़ा दुःख कुछ नहीं हो सकता।
कैसे हुआ यौन शोषण
कैटी पेरी ने अपनी किताब में लिखा है कि उनके पिता ने उन्हें और उनकी बहन को लगभग 12 साल तक यौन शोषण का शिकार बनाया। यह शोषण तब शुरू हुआ जब कैटी महज 6 साल की थीं, शायद किंडरगार्टन जाने से पहले ही। उनके पिता उन्हें नशीली दवाइयां और पेय पिलाकर उनका शोषण करते थे। कई बार वे उन्हें रात के कपड़े पहनाकर ट्रक में ले जाते और जब वह अचेतनावस्था में होतीं, तब उनका यौन शोषण किया जाता था।
पिता के दोस्तों द्वारा भी शोषण
कैटी को बाद में पता चला कि उनके पिता अकेले ही नहीं थे, बल्कि वे अपने दोस्तों के साथ मिलकर भी उनका और उनकी बहन का शोषण करते थे। उनके पिता उन्हें डराते-धमकाते और गुमराह करते थे। उन्हें कहा जाता था कि ये सब नॉर्मल है और इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताना है। वे उन्हें चुप रहने और अपराधबोध महसूस करने के लिए मजबूर करते थे।
माँ की भूमिका और परिवार का माहौल
कैटी की मां ने बच्चों को सुरक्षित रखने की कोशिश की, लेकिन समाज की नज़र और डर के कारण वह चुप रही। बाद में कैटी को समझ में आया कि उनके पिता उनकी माँ का भी शोषण कर रहे थे। घर का माहौल इतना दबाव भरा था कि उन्हें और उनकी बहन को चुपचाप सब कुछ सहना पड़ता था। यह शोषण लगभग 12 साल तक चलता रहा, जब तक कि कैटी 18 साल की नहीं हो गईं।
बच्चियों को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?
कैटी पेरी की कहानी हमें सोचने पर मजबूर करती है कि कहीं हमारे घर या आसपास की बच्चियाँ तो ऐसे किसी खतरे का सामना नहीं कर रहीं? बच्चियों को सुरक्षित रखने के लिए हम कुछ ज़रूरी कदम उठा सकते हैं रोज़ बातचीत करें अपने बच्चों से हर दिन कुछ समय निकालकर उनकी भावनाओं और अनुभवों के बारे में जानें। उन्हें यह महसूस कराएं कि आप उनकी बात सुनना चाहते हैं और उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। संकेतों को गंभीरता से लें अगर आपका बच्चा किसी व्यक्ति से डरता है या उसके साथ असहज महसूस करता है, तो उसकी बात को हल्के में न लें। बच्चे अक्सर अपनी भावनाओं को शब्दों में अच्छी तरह व्यक्त नहीं कर पाते, इसलिए उनके व्यवहार में बदलाव पर ध्यान दें।
गुड टच और बैड टच सिखाएं
बच्चों को अच्छे और बुरे स्पर्श के बीच अंतर सिखाएं। उन्हें बताएं कि कौन से स्पर्श ठीक हैं और कौन से नहीं। उन्हें अपनी सीमाएं जानने और उनका सम्मान कराने का अधिकार है।
घर में निगरानी रखें: घर में आने-जाने वाले लोगों पर विशेष ध्यान दें, खासकर रिश्तेदारों या पड़ोसियों पर। बच्चों को किसी अनजान व्यक्ति के साथ अकेला न छोड़ें।
प्राइवेसी का सम्मान करें: बच्चों की निजता का सम्मान करें। उनके कमरे में बिना दस्तक दिए न जाएं और उनकी निजी चीज़ों को बिना इजाज़त न देखें। यह उन्हें यह सिखाएगा कि उनकी निजता का सम्मान किया जाना चाहिए।
बच्चों की शिकायतों को गंभीरता से लें: अगर बच्चा किसी के व्यवहार के बारे में शिकायत करता है, तो उसे झूठ न मानें। उसकी बात को ध्यान से सुनें और उचित कार्रवाई करें।
सुरक्षा शिक्षा दें: बच्चों को स्कूल या समाज में चलने वाले सुरक्षा कार्यक्रमों से जोड़ें। इन कार्यक्रमों में बच्चों को सुरक्षित रहने के तरीके सिखाए जाते हैं।
भरोसेमंद माहौल बनाएं: अपने बच्चों के लिए एक ऐसा माहौल बनाएं जहाँ वे आपसे बेझिझक बात कर सकें। उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं और उनकी मदद करेंगे।
कानूनी कदम उठाएं: अगर आपको या आपके बच्चे को किसी प्रकार का शोषण झेलना पड़ रहा है, तो तुरंत पुलिस या बाल कल्याण समिति से संपर्क करें। देरी करना अपराधियों को बढ़ावा देना है।
प्यार और सुरक्षा का माहौल दें: अपने बच्चों को प्यार, विश्वास और सुरक्षा का माहौल दें। यही वह कवच है जो उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
याद रखें, बच्चों, खासकर बेटियों की चुप्पी को नज़रअंदाज़ करना सबसे बड़ी गलती है। जागरूक रहें, तभी आप अपने बच्चों को ऐसी स्थितियों से बचा सकते हैं।