कश्मीर में रमजान के दौरान 'अश्लील फैशन शो' पर मचा हंगामा, डिज़ाइनरों ने मांगी माफी
punjabkesari.in Tuesday, Mar 11, 2025 - 02:27 PM (IST)

नारी डेस्क: कश्मीर के गुलमर्ग में 7 मार्च को हुए एक फैशन शो ने विवादों का एक नया मोड़ ले लिया है। यह फैशन शो लक्ज़री फैशन ब्रांड Shivan & Narresh के द्वारा आयोजित किया गया था, जो अपने ब्रांड की 15वीं सालगिरह के मौके पर किया गया था। हालांकि, रमजान के पवित्र महीने में आयोजित इस फैशन शो में जिस तरह के फैशन को प्रदर्शित किया गया, उसने विवाद को जन्म दिया। शो को लेकर कश्मीर में सियासत गर्म हो गई और इसे "अश्लील" करार दिया गया।
फैशन शो पर विवाद
यह शो कश्मीर की वादियों में आयोजित किया गया था, और इसके बाद सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हंगामा शुरू हो गया। शो में प्रदर्शित कपड़े और मॉडलों का पहनावा कुछ लोगों को "अशोभनीय" और "अश्लील" लगा। खासकर रमजान के महीने में इस तरह के फैशन शो का आयोजन कुछ लोगों को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से असंवेदनशील लगा।
कश्मीर के मुख्य मौलवी मीरवाइज़ उमर फारूक ने इस शो की कड़ी आलोचना करते हुए इसे कश्मीर की धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं का अपमान बताया। इसके बाद से ही शो पर लोगों का गुस्सा और भड़क गया।
माफी की मांग
इस विवाद के बाद, फैशन डिज़ाइनरों शिवन भाटिया और नरेश कुकरेजा ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, "हमें इस बात का गहरा खेद है कि रमजान के पवित्र महीने में हमारे फैशन शो से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची। हमारा उद्देश्य केवल रचनात्मकता और स्की जीवनशैली का जश्न मनाना था, न कि किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना। हम सभी संस्कृतियों और परंपराओं का सम्मान करते हैं और हमें उठाई गई चिंताओं की पूरी समझ है। हम किसी भी अनजाने असुविधा के लिए दिल से माफी मांगते हैं और अपने समुदाय की प्रतिक्रिया की सराहना करते हैं।"
ये भी पढ़ें: 56 की उम्र में भी भाग्यश्री के फैशन का जलवा, हर लुक में है बेमिसाल ग्लैमर
सरकार और नेताओं की प्रतिक्रिया
हालांकि डिज़ाइनरों ने माफी मांग ली, लेकिन कश्मीर में जनता का गुस्सा कम नहीं हुआ। राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मामले पर अपनी राय दी और कहा कि लोगों का गुस्सा पूरी तरह से जायज है। उन्होंने यह भी साफ किया कि सरकार का इस आयोजन से कोई लेना-देना नहीं था। मुख्यमंत्री ने बताया कि अगर इस आयोजन के लिए सरकार से अनुमति ली जाती, तो इसे कभी मंजूरी नहीं मिलती।
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है, और यदि किसी नियम का उल्लंघन पाया जाता है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता का गुस्सा
इस फैशन शो ने कश्मीर के धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। कई लोगों ने इस आयोजन को कश्मीर की धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं के खिलाफ बताया। कुछ ने इसे "कश्मीरियत" का अपमान करार दिया, जबकि कुछ ने इसे केवल एक फैशन शो नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक घातक कदम माना।
कश्मीर में रमजान के दौरान हुए इस फैशन शो ने न केवल सियासी और धार्मिक विवादों को जन्म दिया, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि हमारे समाज में रचनात्मकता और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के बीच एक संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है। हालाँकि डिज़ाइनरों ने माफी मांग ली, लेकिन इस घटना से यह साफ है कि किसी भी आयोजन के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।