ओलंपिक में हुआ खूनी मुकाबला, महिला खिलाड़ी की नाक टूटने पर बुरी तरह भड़की कंगना
punjabkesari.in Friday, Aug 02, 2024 - 12:03 PM (IST)
पेरिस में चल रहे ओलंपिक में इस बार विवाद कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहे हैं। महिला खिलाड़ियों को लेकर गलत टिप्पणी के बाद अब एक और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां महिला मुक्केबाज का 'पुरुष' से मैच करवाया गया जो 46 सेकंड में ही खत्म हो गया। पूरी दुनिया में हो रहे विरोध के बीच लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री और सासंद कंगना रनौत ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया है।
An absolute travesty at the Olympics.
— End Wokeness (@EndWokeness) August 1, 2024
Angela Carini is forced to box against a biological male. She quits after just 45 seconds, and cries hysterically as her opponent is declared the winner.
Don't look away. This is wokeness. pic.twitter.com/wOkVRs88t5
यह सारा मामला अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ से जुड़ा है, जो पिछले साल लिंग जांच में फेल हो गई थी। गुरुवार को अल्जीरिया की इमान खेलीफ और इटली की एंजेला कारिनी का मुकाबला हुआ. 66 किलो वर्ग का यह मुकाबला एक मिनट भी नहीं चला। इटली की मुक्केबाज ने रोते हुए 46 सेकंड में ही अपना मुकाबला छोड़ दिया। इतना ही नहीं, इमान खलीफ ने अपनी प्रतिद्वंद्वी की नाक भी तोड़ दी। अब पेरिस ओलंपिक में 'बायोलॉकिल मेल' समझे जाने वाले इमान खेलीफ की मौजूदगी और मुकाबले ने नए विवाद को जन्म दे दिया है।
ऐसे में कंगना ने एक लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- "इस लड़की को नैसर्गिक रूप से जन्मे सात फीट लंबे पुरुष के खिलाफ लड़ना पड़ा, जिसके शरीर के सभी हिस्से किसी नैसर्गिक पुरुष की तरह हैं। "वह" पुरुष की तरह दिखती है और उसी की तरह बर्ताव करती है। उसने कैरिनी को बॉक्सिंग रिंग में ऐसे हरा दिया, जैसे कोई पुरुष शारीरिक लड़ाई लड़ाई में किसी महिला को पीटता है. लेकिन वह" कहती है कि वह खुद को महिला के रूप में देखती है।
कंगना ने आगे लिखा- ऐसे में आप समझ सकते हैं कि किसने महिला बॉक्सिंग का मैच जीता? कार्य संस्कृति सबसे ज्यादा गलत और अन्यायपूर्ण प्रचलन है,
कोई आपकी बेटी का पदक या नौकरी छीन ले, उसके पहले इसके खिलाफ आवाज उठाइए।" कंगना ने हैशटैग के साथ #savewomensports भी लिखा है। वहीं कैरिनी के हार के बाद इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता समान स्तर पर नहीं थी।
इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) का दावा है कि इन मुक्केबाजों के गुणसूत्र परीक्षण में महिला के XX के बजाय XY आया था, जो आमतौर पर पुरुष का गुणसूत्र होता है। इसके बावजूद IOC ने उन्हें खेलने की अनुमति दी है। इसी कारण यह विवाद का कारण बन रहा है। ओलंपिक में हिस्सा ले रही कई महिला मुक्केबाजों ने भी अपनी सुरक्षा की चिंता जताइ है।