Travel Guide: कैंची धाम जाने का बना रहे हैं मन? जानें खर्च से लेकर ठहरने तक सब कुछ
punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 04:21 PM (IST)

नारी डेस्क: कैंची धाम उत्तराखंड का ऐसा धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल है जहां पहुंचकर हर भक्त को एक अद्भुत शांति और ऊर्जा का अनुभव होता है। बाबा नीब करौरी महाराज का यह आश्रम न सिर्फ हनुमान जी की भक्ति का केंद्र है बल्कि आत्मिक सुकून का भी स्थान है। अगर आप भी यहां जाने की योजना बना रहे हैं तो यह ट्रैवल गाइड आपके लिए बेहद मददगार साबित होगा।
कैंची धाम का महत्व
कैंची धाम केवल एक मंदिर नहीं बल्कि आस्था का प्रतीक है। बाबा नीब करौरी महाराज हनुमान जी के परम भक्त थे और भक्तों का मानना है कि यहां दर्शन करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और आत्मविश्वास मिलता है। आश्रम परिसर में हनुमान जी का भव्य मंदिर, माता रानी का मंदिर और बाबा की समाधि स्थित है। यहां का वातावरण इतना शांत और पवित्र है कि हर भक्त घंटों ध्यान में लीन हो सकता है। यही वजह है कि यहां साधारण भक्तों के साथ-साथ कई बड़े नेता, फिल्म स्टार और विदेशी हस्तियां भी दर्शन के लिए आती हैं।
कैंची धाम कैसे पहुंचे?
बस से यात्रा
दिल्ली से आनंद विहार बस अड्डे से सीधे हल्द्वानी या नैनीताल के लिए बसें मिलती हैं। वहां से आप शेयरिंग टैक्सी या लोकल बस के जरिए आसानी से कैंची धाम पहुंच सकते हैं। बस का किराया लगभग ₹450 से ₹550 प्रति व्यक्ति तक आता है।
ट्रेन से यात्रा
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो कैंची धाम से करीब 38 किलोमीटर दूर है। दिल्ली और लखनऊ समेत कई शहरों से यहां ट्रेनें उपलब्ध हैं। स्टेशन से टैक्सी या बस आसानी से मिल जाती है। बस का किराया ₹80-₹100 और टैक्सी का किराया ₹200-₹300 प्रति व्यक्ति तक होता है।
अपने वाहन से
अगर आप निजी वाहन से जाना चाहें तो दिल्ली से दूरी लगभग 350 किलोमीटर है। रास्ते में गाज़ियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर और हल्द्वानी पड़ते हैं। यहां टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
ठहरने की व्यवस्था
कैंची धाम के आसपास भक्तों के लिए कई तरह की ठहरने की सुविधाएं उपलब्ध हैं। साधारण होटल ₹500 से शुरू हो जाते हैं। होमस्टे ₹800 से ₹1500 तक मिल जाते हैं। बजट यात्रियों के लिए डॉर्मिट्री का विकल्प भी मौजूद है। कई लोग दर्शन के बाद उसी दिन नैनीताल या हल्द्वानी की ओर भी निकल जाते हैं।
खाने-पीने की सुविधा
मंदिर परिसर में प्रसाद मिलता है और बाहर रेस्टोरेंट व ढाबे भी हैं। एक सामान्य थाली का खर्च ₹200 से ₹250 तक होता है। स्नैक्स और चाय आसानी से उपलब्ध रहते हैं। यहां का सादा और स्वादिष्ट भोजन यात्रियों के अनुभव को और भी खास बना देता है।
दर्शन का समय और नियम
मंदिर सुबह 5:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुला रहता है। जूते-चप्पल बाहर रखने पड़ते हैं। अंदर वीडियो बनाने की अनुमति नहीं है। शाम की आरती के बाद मंदिर का प्रवेश बंद हो जाता है और भक्तों को अगली सुबह प्रवेश मिलता है।
आसपास घूमने की जगहें
कैंची धाम से 20 किलोमीटर की दूरी पर नैनीताल स्थित है। दर्शन के बाद आप नैनी झील, मॉल रोड और स्नो व्यू प्वाइंट जैसी जगहों की सैर कर सकते हैं।
कैंची धाम जाने का सही समय
मंदिर सालभर खुला रहता है, लेकिन सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक है। बरसात के मौसम में रास्ते थोड़े मुश्किल हो सकते हैं। खासकर गर्मियों और त्योहारों के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ रहती है, इसलिए पर्याप्त समय लेकर यात्रा की योजना बनाएं।