कब है करवा चौथ? नोट कर लें चांद निकलने का सही समय और पूजा का शुभ मुहूर्त
punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 04:12 PM (IST)

नारी डेस्क: करवा चौथ विवाहित महिलाओं के लिए सबसे बड़े दिनों में से एक है। हर साल इस दिन महिलाएं अपने-अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं और सोलह श्रृंगार करती हैं। पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन यह व्रत रखा जाता है। इस बार करवा चौथ की तारीख को लेकर असमंजस बना हुआ है, चलिए जानते हैं किस दिन मनाया जाएगा ये त्यौहार।

यै है व्रत का सही समय
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर की रात 10:54 बजे के लगभग से शुरू होकर 10 अक्टूबर की शाम 7:38 बजे के लगभग तक रहेगी। ऐसे में इस साल करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा। व्रत का समय 10 अक्टूबर की सुबह 6:19 बजे शुरू होकर रात 8:13 बजे तक रहेगा। करवा चौथ के दिन चंद्रमा की उगने की समय सीमा (चन्द्रोदय) रात 8:13 बजे होगी। इस साल का करवा चौथ व्रत सिद्धि योग और कृत्तिका नक्षत्र में है. करवा चौथ पर सिद्धि योग प्रात:काल से लेकर शाम 05 बजकर 41 मिनट तक है।
करवा चौथ के व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ का व्रत रखना शुभ फलदायी माना जाता है। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती और चंद्रमा की पूजा का खास महत्व है। करवाचौथ के दिन विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोलती हैं। चंद्रमा को शांति, समृद्धि और मन की स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। यह व्रत पत्नी के समर्पण, त्याग और निष्ठा को दर्शाता है।

सामाजिक और पारिवारिक महत्व
इस दिन महिलाएं सजधज कर सोलह श्रृंगार करती हैं, मेहंदी लगाती हैं और नई दुल्हन जैसी सजती हैं। शाम को सभी महिलाएं मिलकर करवा चौथ की पूजा करती हैं और कथा सुनती हैं। चांद को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूरा होता है, और पति-पत्नी मिलकर भोजन करते हैं। यह व्रत दाम्पत्य प्रेम, विश्वास और एक-दूसरे के प्रति जिम्मेदारी को और गहरा करता है।