क्या आपका बच्चा 1 साल से ऊपर है और अभी तक चल नहीं पाता? हर पेरेंट्स को पता होनी चाहिए ये बात

punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 10:39 AM (IST)

 नारी डेस्क:  बच्चे की ग्रोथ और डेवलपमेंट हर पेरेंट्स के लिए बहुत अहम होती है। जैसे ही बच्चा एक साल का होता है, माता-पिता उम्मीद करने लगते हैं कि अब वो धीरे-धीरे चलना शुरू कर देगा। लेकिन जब बच्चा 14 महीने का हो जाए और फिर भी अपने पैरों पर खड़ा होकर चलना शुरू न करे, तो चिंता होना स्वाभाविक है। इसी तरह का मामला सामने आया जब एक नई मां अपने बच्चे को लेकर पीडियाट्रिशियन डॉक्टर माधवी भारद्धाज के पास पहुंचीं। डॉक्टर ने इस स्थिति पर जो समझाया, वो हर माता-पिता को जानना चाहिए।

सबसे पहले रखें धैर्य

डॉक्टर माधवी का कहना है कि बच्चे के हर माइलस्टोन का अपना समय होता है। माता-पिता को यह समझना चाहिए कि हर बच्चा अलग होता है और उसका डेवलपमेंट भी अलग-अलग गति से होता है। एक साल की उम्र तक ज्यादातर बच्चे फर्नीचर या किसी चीज़ को पकड़कर खड़ा होना शुरू कर देते हैं। इसे क्रूजिंग कहते हैं। इसका मतलब है कि बच्चा खड़े होने और बैलेंस बनाने की कोशिश कर रहा है। अगर आपका बच्चा अभी चल नहीं पा रहा है तो घबराने की बजाय धैर्य रखना ज्यादा जरूरी है।

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कब तक चलना शुरू कर देता है बच्चा?

डॉक्टर के अनुसार, सामान्य तौर पर 15 महीने तक बच्चा किसी की ऊंगली पकड़कर सपोर्ट से चलना सीख सकता है। वहीं, 18 महीने तक लगभग सभी बच्चे बिना किसी सहारे के खुद चलने लगते हैं। यानी अगर आपका बच्चा अभी 14 महीने का है और नहीं चल रहा, तो यह बिल्कुल असामान्य स्थिति नहीं है। समय के साथ बच्चा खुद अपने पैरों पर खड़ा होकर कदम बढ़ा देगा।

वॉकर बच्चे के लिए सही नहीं

अक्सर परिवार या रिश्तेदार माता-पिता को सलाह देते हैं कि बच्चे को वॉकर में डाल दो, इससे वो जल्दी चलना सीख जाएगा। लेकिन डॉक्टर माधवी इस मिथक को तोड़ते हुए कहती हैं कि वॉकर असल में बच्चे को चलने में मदद नहीं करता, बल्कि उसके विकास में रुकावट डाल सकता है। वॉकर में बच्चा पैरों पर सही तरह से वजन डालना नहीं सीख पाता। लंबे समय तक वॉकर का इस्तेमाल करने वाले बच्चे अक्सर टो-वॉकिंग यानी उंगलियों पर चलने लगते हैं। बाद में इस समस्या को ठीक करने के लिए फिजियोथैरेपी की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए माता-पिता को वॉकर पर भरोसा करने की बजाय बच्चे को नेचुरल तरीके से चलना सीखने का समय देना चाहिए।

जूते-चप्पल से भी बचाएं

एक और गलती जो ज्यादातर पेरेंट्स करते हैं, वो है बच्चों को हर वक्त जूते, चप्पल या मोजे पहनाकर रखना। डॉक्टर माधवी बताती हैं कि 2 साल तक बच्चे को इसकी कोई खास जरूरत नहीं होती। दरअसल, जब बच्चा नंगे पैर अलग-अलग सतहों जैसे मिट्टी, घास, या फर्श पर चलता है, तो उसका ग्रिप, बैलेंस और कॉर्डिनेशन बेहतर होता है। साथ ही, बच्चे का सेंसरी डेवलपमेंट भी मजबूत बनता है। इसीलिए, माता-पिता को चाहिए कि बच्चा घर या साफ जगह पर ज्यादा से ज्यादा नंगे पैर चले।

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गिरना है सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा

बच्चे के चलना सीखते समय गिरना बिल्कुल सामान्य बात है। कई पेरेंट्स बच्चे के गिरने पर घबरा जाते हैं और उसे ज्यादा रोक-टोक करने लगते हैं। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को गिरने दें, क्योंकि इसी से वो बैलेंस बनाना और खुद को संभालना सीखता है। हल्की-फुल्की चोटें इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं और इन्हीं अनुभवों से बच्चा मजबूत बनता है।

अगर आपका बच्चा 14 महीने का हो गया है और अभी तक चलना शुरू नहीं कर पाया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। हर बच्चा अपने समय पर ये माइलस्टोन हासिल करता है। धैर्य रखें, वॉकर जैसी गलतियों से बचें, और बच्चे को नंगे पैर चलने दें। समय पर आपका बच्चा खुद ही अपने पैरों पर खड़ा होकर आत्मविश्वास से चलना सीख जाएगा। 


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Content Editor

Priya Yadav

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