पीरियड्स में Running करना सही या गलत? जानिए एक्सपर्ट की राय
punjabkesari.in Monday, Nov 15, 2021 - 04:13 PM (IST)
पीरियड्स के दिन महिलाओं के लिए दर्द भरे होते हैं, जिसमें पहले दो दिन उन्हें शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन दिनों पेट में अजीब दर्द के साथ महिलाओं को सिरदर्द, कमर-पैर में दर्द, थकावट, उल्टी, जी मिचलाना, तनाव, चिड़चिड़ापन आदि भी होता है। ऐसे में, फिटनेस पर ध्यान देने वाली महिलाएं सोचती हैं कि क्या उन्हें रनिंग करनी चाहिए। चलिए आपको बताते हैं कि पीरियड्स में रनिंग करना सही या गलत...
क्या पीरियड्स में एक्सरसाइज करना सही
एक्सपर्ट की मानें तो पीरियड्स में भी फिजिकली एक्टिव रहना चाहिए। बेशक इन दिनों तेज दर्द होता हैं और ज्यादातर महिलाएं बिस्तर पर ही रहती हैं। महिलाएं कुछ महिलाएं हल्की एक्सरसाइज, योगा या वर्कआउट करती हैं, ताकि उन्हें पीरियड्स में आराम मिले। यह काफी हद तक सही भी है लेकिन इस दौरान हैवी वर्कआउट करने से बचें।
पीरियड्स में दौड़ना सही या गलत?
आप पीरियड्स में भी रनिंग एक्टिविटी कर सकती हैं। स्टडी के मुताबिक, पीरियड्स में 30 मिनट वर्कआउट करना चाहिए। इससे शारीरिक दर्द से आराम मिलता है और साथ ही पेट, कमर, पैर व सिरदर्द से भी राहत मिलती है।
पीरियड्स में क्यों फायदेमंद रनिंग?
दौड़ना एक हल्की एक्सरसाइज है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इससे शरीर की मांसपेशियों को भी आराम मिलती है, जिससे दर्द कम होता है। मगर, ध्यान रखें कि आप जब भी रनिंग करें तो जूस, पानी पीना कभी न भूलें।
पीरियड्स के दौरान दौड़ने के फायदे
इससे शरीर में एंडोर्फिन नाक हार्मोन किलीज होता है, जो इन दिनों में होने वाले दर्द को कम करने में मददगार है। वहीं, दौड़ने से इन हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है, जो थकावट, तनाव, शारीरिक दर्द से आराम मिलता है। साथ ही दौड़ने से मांसपेशियां सक्रिय होती हैं, जिससे राहत मिलती है।
दौड़ते समय रखें इन बातों का ध्यान
. पीरियड्स में दौड़ लगाते समय शरीर में पानी की कमी ना होने दें। इसके लिए भरपूर पानी पीएं। साथ ही जूस, नारियल पानी आदि भी लें।
. लगातार दौड़ने से बचें और बीच-बीच में ब्रेक लेती रहें।
. जितना हो सके धीमी गति से ही दौड़ें।
. पीरियड्स में हेल्दी और पौष्टिक चीजें जैसे नट्स, हरी सब्जियां, फल, दालें आदि खाएं।
क्या ट्रेडमील पर कर सकती हैं रनिंग?
पीरियड्स में ट्रेडमील पर भी रनिंग की जा सकती है लेकिन ज्यादा रखें कि ज्यादा पसीना ना बहाएं। इसके अलावा शुरुआती दिनों में जॉगिंग, योगा, लाइट कार्डियो, ब्रिस्क वॉक और स्विमिंग भी कर सकती हैं।