क्या गाना गाने और बात करने से हो सकते हैं कोरोना के शिकार?

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2020 - 06:10 PM (IST)

कोरोना पूरी दुनिया में फैलता ही जा रहा है। कोई दवा न आने पर अभी तक इस वायरस से बचने के लिए स्वस्थ्य मंत्रालय द्वारा सोशल डिसटेंसिग, मास्क पहनना, समय-समय पर हाथ धोना आदि नियमों को पालन करने की हिदायतें दी जा रही है। ऐसे में इसको लेकर रोज नए- नए लक्षण देखने को मिलते हैं। मगर कोरोना के रोजाना नए- नए लक्षण मिलना कई गंभीर समस्या को पैदा करने का काम करता है। ऐसे में ही बीते कुछ दिनों में हुए एक शोध के अनुसार, किसी के गाना गाने या बात करने से भी कोरोना फैलने की बात की गई है। असल में, गाना गाने और बात करने से मुंह से जो कण बाहर आते हैं उसके कारण कोरोना फैलने का खतरा हो सकता है। मगर इससे संक्रमित होने का कितना खतरा है इस पर शोध किया गया। तो चलिए इस शोध को लेकर मिली जानकारी के बारे मे हम आपको विस्तार से बताते हैं...

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एयरोसोल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च से जानकारी मिली है कि अगर कोई से गाना गाएगा तो उसके मुंह से भारी मात्रा में कण निकलते हैं। साथ ही स्वर वर्ण के मुकाबले व्यंजन वर्णों का उच्चारण करने से मुंह से भारी मात्रा में कण बाहर निकलते हैं। बात अगर अक्षरों की करें तो इनमें पी, बी, आर, टी आदि वर्ण शामिल है।

इस पर यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के द्वारा हुए शोध के अनुसार, गाना गाने के मुकाबले बात करने से मुंह में से ज्यादा कण बाहर नहीं निकलेंगे जब दोनों का स्तर एक जैसा हो। स्वीडिश के वैज्ञानियों ने 12 बिल्कुल स्वस्थ और 2 कोरोना संक्रमित लोगों के गाना गाने के समय मुंह से नुकलने वाले कणों पर एक शोध किया था। इन सभी में आधे यानि 7 लोग संगीतकला में निपुण थे। सभी ने एकदम साफ यानि कमरे में स्वीडिश गाना गाया। उन्होंने गाने को 2 मिनट एक सार गाते हुए करीब 12 बार गाया। फिर उन्होंने इसमें से व्यंजनों को छोड़ सिर्फ स्वर वर्णों से गाना गाया।  

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लुंड यूनिवर्सिटी की एयरोसोल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी एसोसिएट के प्रोफेसर जिनका नाम जैकब एल है। उन्होंने इसके हर पहलु की गहराई से जांच की। उन्होंने अलग-अलग तरीके से इसपर शोध किया जैसे कि गाना को गाना और बात करने में तुलना की गई, फेस मास्क पहनकर गाना, स्वर या व्यजंन के साथ गाना। ऐसे में विशेषज्ञ इस बात पर पहुंचे कि असल में अंग्रेजी अक्षर बी, पी,  आर, टी जैसे वर्ण बोलने से मुंह से छोटे- छोटे कणों के रूप में से बूंदें बाहर निकलती है। ऐसे में ये वायरस कोरोना की चपेट में आने का कारण बन सकती है। 

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सुरक्षा का ध्यान रख गाना गाया जा सकता है

अब इसपर सोचने वाली बात है कि इस टाइम पीरियड यानि कोरोना वायरस के चलते गायकों को गाना गाने की अनुमति देनी चाहिए या नहीं? मगर शोधकर्ताओं का इस पर कहना है कि गाने बंद कर करने की जगह अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही गाने को गाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना चाहिए। इसके अलावा मास्क पहनने से भी सुरक्षा हो सकती है।


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neetu

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