पति का नाम का सिंदूर, व्रत और फिर उजाड़ दिया अपना ही सुहाग... मेरठ की मुस्कान से दस कदम आगे निकली सोनम
punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 10:42 AM (IST)

नारी डेस्क: पति- पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है, लेकिन इस कलयुगी दुनिया में रिश्ते मजाक बनकर रह गए हैं। मेरठ कांड को अंजाम देने वाली मुस्कान से आगे निकल गई सोनम, जिसने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए जो खेल खेला उसकी तो कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। जिसने महज 28 दिन पहले जिस राजा रघुवंशी के साथ सात फेरे लिए , उसके नाम का सिंदूर लगाया उसी को हटाने के लिए सोनम ने एक पल भी नहीं सोचा।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिस दिन सोनम ने अपने पति को दर्दनाक मौत दी उस दिन उसने व्रत रखा था। अब सवाल यह है कि वह व्रत किसके लिए था, वह किस को पागल बना रही थी। याद हो कि हादसे से पहले जब सोनम ने अपनी सास से बात की थी तब बताया था कि उसने व्रत रखा हुआ था। इस दौरान राजा की मां ने उससे कहा था कि तुमने व्रत रखा है ज्यादा उंचाई पर मत जाओ। तब सोनम ने अपनी सास से कहा था कि राजा नहीं मान रहे हैं।
मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या में कथित रूप से उसकी पत्नी शामिल थी, जिसने भाड़े के हत्यारे बुलाए थे। राजा की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि रातभर की छापेमारी के बाद तीन अन्य हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया। राजा (29) और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को सोहरा इलाके के नोंगरियात गांव में एक ‘होमस्टे' से निकलने के कुछ घंटे बाद ही लापता हो गए थे। राजा का शव दो जून को गांव से 20 किलोमीटर दूर एक खाई में मिला था।
गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि सोनम ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें भाड़े पर बुलाया था। इंदौर के गोविंदनगर खारचा की निवासी सोनम रघुवंशी रात में वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर स्थित काशी ढाबा पर मिली। उसे प्रारंभिक उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया और फिर वन स्टॉप सेंटर में रखा गया।'' ‘वन स्टॉप सेंटर' संकट में फंसी महिलाओं को सहायता प्रदान करता है। रघुवंशी का शव ‘वेइसाडोंग फॉल्स' के पास एक खाई में मिला था। उनकी एक सोने की अंगूठी और चेन गायब थी, जिससे संदेह और बढ़ गया कि उनकी हत्या की गई। एक दिन बाद, पास में ही खून से सना एक चाकू मिला और दो दिन बाद दंपति द्वारा इस्तेमाल किए गए रेनकोट जैसा ही एक रेनकोट सोहरारिम और उस खाई के बीच मावकमा गांव में मिला, जहां रघुवंशी का शव पाया गया था।