4 और 6 साल की बेटियाें को लंदन छोड़ पत्नी की अस्थियां विसर्जित करने आया था पति, खुद भी हादसे में हो गया खाक
punjabkesari.in Friday, Jun 13, 2025 - 06:55 PM (IST)

नारी डेस्क: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने कुछ ऐसे जख्म दे दिए जिसे कभी भरा नहीं जा सकता। इस हादसे में कई परिवारों को तबाह कर दिया, इसी बीच एक ऐसी शख्स की कहानी सामने आई है जिसे सुन पत्थर का भी दिल पिघल जाए। कुछ दिन पहले अपनी पत्नी को खो चुके इस शख्स ने भी हमेशा- हमेशा के लिए अपनी आंखें बंद कर ली।
हम बात कर रहे हैं 36 वर्षीय अर्जुन मनुभाई पटोलिया की जो अपनी दिवंगत पत्नी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए गुजरात गए थे, वह गुरुवार को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए 265 लोगों में शामिल थे। यह विमान हाल के इतिहास में सबसे घातक विमानन दुर्घटनाओं में से एक है।अर्जुन मनुभाई पटोलिया अपनी पत्नी की अस्थियों को नर्मदा में विसर्जित करने के लिए अमरेली जिले के अपने पैतृक गांव वडिया लौटे थे।
उनकी पत्नी भारतीबेन की लंदन में एक सप्ताह पहले ही मृत्यु हो गई थी। भारतीबेन के निधन से पहले, उन्होंने अपने पति से अपनी अस्थियों को अपनी मातृभूमि में वापस ले जाने के लिए कहा था। वाडिया में रिश्तेदारों के साथ अंतिम संस्कार की रस्में पूरी करने के बाद, पटोलिया को अपनी दो बेटियों के पास घर लौटना था, जिनकी उम्र 4 और 8 साल थी, जो ब्रिटेन में ही रह गई थीं। गुरुवार को पटोलिया लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट में सवार हुए तभी त्रासदी घटी।
अर्जुन के भतीजे कृष जगदीश पटोलिया ने इंडिया टुडे को बताया,-"उनके पास एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 का टिकट था। उन्हें लंदन जाना था, लेकिन दुर्घटना हो गई।" फ्लाइट AI171 अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विशाल बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान रिहायशी इलाके में स्थित एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में जा घुसा। वीडियो में दिखाया गया है कि विमान ने ऊंचाई खो दी क्योंकि वह टकराने से पहले लिफ्ट पाने के लिए संघर्ष कर रहा था और आग के गोले में बदल गया।