बेटियों को मिला खुला आसमान ... दुनियाभर की तुलना में भारत में महिला पायलटों की संख्या सबसे अधिक

punjabkesari.in Thursday, Jul 21, 2022 - 04:06 PM (IST)

भारत की बेटियों को अगर सपनों को पंख दे दिए जाएं तो वह ना सिर्फ लंबी उड़ान भर सकती हैं बल्कि आसमान छूने की हिम्मत भी रखती हैं...उनके हौंसलों को सरकार ने भी माना है।  तभी तो भारत में महिला पायलटों की संख्या 15% है। इंटरनेशनल सोशायटी ऑफ वुमन एयरलाइन पायलट की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया कुल पायलट्स में महज 5 प्रतिशत ही महिला पायलट हैं। 

PunjabKesari
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने  लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नागर विमानन मंत्रालय और इससे जुड़े संगठनों ने देश में महिला और पुरूषों दोनों वर्ग के पायलटों की संख्या बढ़ाने के लिये कदम उठाये हैं। सिंधिया ने कहा कि इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ वुमेन एयरलाइन पायलट्स के अनुसार विश्व में कुल पायलटों में से 5 प्रतिशत महिलाएं हैं जबकि भारत में महिला पायलटों की संख्या लगभग 15 प्रतिशत है।

PunjabKesari
पिछले साल जारी किए गए डेटा के मुताबिक भारत में 17,726 रजिस्टर्ड पायलटों में महिला पायलटों की संख्या 2764 है। इसके साथ ही बताया गया था कि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। विशेष रूप उन छात्राओं को शामिल करने पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है।

PunjabKesari

 पायलट और को पायलट ही नहीं, बल्कि फ्लाइट ऑपरेशन के उच्च पदों पर भी महिलाएं तैनात हो रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक एयरइंडिया, स्पाइस जेट, गो एयरवेज और जेट एयरवेज में भी फ्लाइट ऑपरेशन के कई उच्च और बेहद जिम्मेदारी वाले पदों पर महिला पायलट काम कर रही हैं। याद हो कि 1985 में सौदामणि देशमुख के नेतृत्व में पहली बार केवल महिला फ्लाइंग क्रू ने कोलकाता से सिल्चर तक विमान उड़ाया था। 

PunjabKesari

रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि- भारत में महिला पायलटों का प्रतिशत संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया सहित अधिकांश पश्चिमी देशों की तुलना में दोगुना है। इसके अलावा महिला नाविकों को स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत की जिम्मेदारी सौंपने पर भी विचार किया जा रहा है।  भारतीय नौसेना के पास (INS) पर नौकायन करने वाली 30 महिला अधिकारी हैं। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static