साल 2026 में 4 ग्रहण का साया, जानिए भारत में कब और कहां दिखेंगे सूर्य और चंद्र ग्रहण

punjabkesari.in Saturday, Nov 15, 2025 - 11:49 AM (IST)

नारी डेस्क : साल 2026 में कुल चार ग्रहण लगने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व माना जाता है। इस दौरान शुभ कार्य और पूजा-पाठ करने से बचने की सलाह दी जाती है। लापरवाही या अनदेखी करने पर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि वर्ष 2026 में दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण होंगे।

साल 2026 का सूर्य ग्रहण

पहला सूर्य ग्रहण – 17 फरवरी 2026
प्रकार: कंकण सूर्य ग्रहण

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भारत में दृश्य नहीं होगा

दिखाई देगा: जिम्बाब्वे, दक्षिण अफ्रीका, जाम्बिया, मोज़ाम्बीक, मॉरीशस, अंटार्कटिका, तंज़ानिया और दक्षिण अमेरिकी देश

भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा

दूसरा सूर्य ग्रहण – 12 अगस्त 2026
तारीख: श्रावण मास की हरियाली अमावस्या
दिखाई देगा: उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप, आर्कटिक, ग्रीनलैंड, आइसलैंड, स्पेन, रूस और पुर्तगाल।
दिन के कुछ समय के लिए पूरी तरह अंधेरा छा जाएगा।

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भारत में दृश्य नहीं होगा

साल 2026 का चंद्र ग्रहण
पहला चंद्र ग्रहण – 3 मार्च 2026
प्रकार: खंडग्रास चंद्र ग्रहण
तारीख: फाल्गुन मास की शुक्ल पूर्णिमा
दिखाई देगा: भारत, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका।

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भारत में सूतक काल मान्य होगा

दूसरा चंद्र ग्रहण – 28 अगस्त 2026
प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहण
दिखाई देगा: मुख्य रूप से उत्तर और दक्षिण अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका
भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
भारत में साल 2026 में सिर्फ पहला चंद्र ग्रहण (3 मार्च) ही प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकेगा।

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ग्रहण और संभावित प्रभाव

प्राकृतिक आपदाओं में बढ़ोतरी: भूकंप, बाढ़, सुनामी, विमान दुर्घटना।

राजनीतिक अस्थिरता: सीमा तनाव, आंदोलन, प्रदर्शन, हड़ताल।

सामाजिक-आर्थिक संकेत: व्यापार में तेजी, रोजगार और आय में वृद्धि, बीमारियों में कमी।

जोखिम: राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, बैंक घोटाले, आगजनी और उपद्रव।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार ग्रहण काल में सतर्कता रखना आवश्यक है, ताकि जनहानि और नुकसान को कम किया जा सके।
 


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Monika

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