कीटो डाइट शुरू करने जा रहे हैं तो जान लें ये जरूरी बातें
punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2020 - 10:23 AM (IST)
कीटो डाइट में खानपान का काफी ध्यान रखना पड़ता है। जल्दबाजी में कीटो डाइट शुरू नहीं करनी चाहिए। यह भी जान लें कि आपके लिए इसे अपनाना कितना सही है। इसका पूरा नाम कीटोजैनिक डाइट है। इसे लो कार्ब डाइट या फीट डाइट के नाम से भी जानते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट युक्त चीजें कम, वसा और प्रोटीन ज्यादा लेते हैं। चूंकि शरीर ऊर्जा के स्रोत के रूप में वसा का इस्तेमाल करता है, इससे शरीर का वजन तेजी से घटता है। शरीर को कितने पोषक तत्वों की जरूरत है, व्यक्ति की जीवनशैली कैसी है, ये सभी चीजें कीटो डाइट में मायने रखती हैं। शुरूआत में कार्बोहाइड्रेट, चीनी और स्टार्च जैसी चीजों को अपनी डाइट से हटाना होता है, हालांकि लगातार यह नजर रखनी होती है कि शरीर पर किसी तरह का नकारात्मक असर तो नहीं हो रहा है।
कीटो डाइट के फायदे
कीटो डाइट से शरीर में संचित वसा तेजी से कम होती है। शरीर की सूजन में कमी आती है, खून में शर्करा का स्तर कम होने के कारण कीटो डाइट से डायबिटीज घटाने में भी मदद मिलती है। विशेषज्ञों के अनुसार कीटो डाइट का मानसिक सेहत और मिर्गी की समस्या में भी अच्छा असर पड़ता है। मुंहासों की समस्या दूर होती है। त्वचा का कसाव भी बना रहता है।
इन बातों का रखें ध्यान
कीटो डाइट में शरीर अलग ही स्तर पर काम करने लगता है। इसी वजह से शुरूआती दिनों में थकान ज्यादा महसूस होती है। नींद आना, सिरदर्द की शिकायत रहना और जी मिचलाना की समस्या भी हो सकती है। पेशाब ज्यादा आता है। शुरू में शरीर में पानी तेजी से घटता है पर एक बार जब शरीर इस डाइट को अपना लेता है तब वसा कम होने लगती है। कीटो डाइट से 3 माह में ही 10 से 12 किलोग्राम तक वजन कम किया जा सकता है। इसे विशेषज्ञों की देख-रेख में करना ही सही रहता है।
चलिए अब जानते हैं कीटो डाइट में क्या खाएं?
कार्बोहाइड्रेट का सेवन
कीटो डाइट में केवल दिनभर में 50 ग्राम से कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना होता है। बहुत अच्छे नतीजों के लिए 20 ग्राम की सीमा को आदर्श माना जाता है। साधारण शरीर और साधारण जीवनशैली जी रहे व्यक्ति के लिए उसके वजन के अनुरूप प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। मसलन प्रति किलोग्राम वजन के लिए 1.3 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए, वहीं शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय रहने वालों को 2.2 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
प्रोटीन फूड्स का सेवन
प्रोटीन से लंबे समय तर पेट भरे रहने का अहसास भी बना रहता है। मीठे और नमकीन खाने की ललक कम होती है। बेवक्त भूख लगने की समस्या भी दूर होती है।
इन चीजों का सेवन
कीटो डाइट में मछली, चिकन, मटन, अंडे, पालक, पत्तागोभी, ब्रोकली, बैंगन, फूल क्रीम दूध, पनीर, मक्खन, स्टीविया चीनी, बादाम, कद्दू के बीज, अखरोट, सूरजमुखी के बीज, नारियल का तेल, वॢजन ऑलिव आयल आदि खा सकते हैं। कार्बोहाइड्रेट की अधिकता वाले खाद्य पदार्थ जैसे चावल, गेहूं, मक्का, ब्रैड, पास्ता, पिज्जा, दूध, दाल, आलू, सोया उत्पाद, बैक की हुई चीजें और फल जिनमें फ्रक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है वे लेने की मनाही होती है। संतरा, केला, आम आदि में फ्रक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है। जूस की बजाय फल खाना बेहतर होता है।'