क्या है हाइपरटेंशन की बीमारी? जानिए इसके लक्षण और बचाव
punjabkesari.in Thursday, Aug 26, 2021 - 04:55 PM (IST)
आज कल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को तनाव, अनिद्रा और अन्य तरह की समस्याओं की परेशानी रहती हैं इन्हीं में से एक समस्या है हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) जो बेहद ही गंभीर समस्या है। एक नए अध्ययन के मुताबिक पिछले 30 साल में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या दोगुनी हुई है। हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन के कारण दिल, दिमाग, किडनी संबंधी रोग और अन्य गंभीर बीमारियां लगती हैं।
आधे लोगों को इस बीमारी के बारे में पता ही नहीं होता
हैरानी वाली बात यह है कि हाइपरटेंशन से पीड़ित 41 प्रतिशत महिलाओं और 51 प्रतिशत पुरुषों को यह पता ही नहीं रहता कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है। आपको बता दें कि यह खतरनाक स्थिति है क्योंकि शुरुआत में पता नहीं चलने के कारण लोग इलाज नहीं कराते हैं इसलिए हाइपरटेंशन के कारण इन मरीजों को आगे चलकर कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
पिछले 30 वर्षों में हाइपरटेंशन मरीजों की संख्या दोगुनी हुई
अध्ययन के मुताबिक पिछले 30 वर्षों में हाइपरटेंशन मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। शोधकर्ताओं ने 184 देशों में तीन से अधिक दशकों में 30-79 वर्ष की आयु वाले 10 करोड़ से अधिक लोगों के ब्लड प्रेशर का विश्लेषण किया। जिसमें पाया गया है कि 1990 में 30 करोड़ 31 लाख महिलाएं और 30 करोड़ 17 लाख पुरुष उच्च रक्तचाप के मरीज थे जबकि 2019 में 60 करोड़ 26 लाख महिलाएं और 60 करोड़ 52 लाख पुरुष इस बीमारी से पीड़ित थे।
आईए जानते हैं हाइपरटेंशन के क्या लक्षण है और इसके क्या बचाव है ?
हाइपरटेंशन के लक्षण
-हाइपरटेंशन व उच्च रक्तचाप होने की स्थिति में व्यक्ति को शुरुआत में सिर के पीछे और गर्दन में दर्द रहता है।
-हाइपरटेंशन के रोगी को सांस लेने में तकलीफ होती है।
-रक्तचाप बढ़ने पर व्यक्ति को धुंधला दिखता है।
-रक्त में दबाव बढ़ने से नाक से खून निकलने लगता है।
-उच्च रक्तचाप होने पर सिर चकराना, थकान और सुस्ती जैसे लक्षणों की भी शिकायत हो सकती है।
-कई बार रात में नींद न आने के साथ दिल की धड़कनों के बढ़ जाने की भी समस्या होती है।
हाइपरटेंशन के बचाव
-तुलसी के पत्तों में युजिनॉल पाया जाता है, जो रक्तचाप को कंट्रोल करने में सहायक होता है। इसके लिए रोजाना तुलसी के पत्तों की चाय जरूर पिएं।
-डेली एक गिलास गुनगुना गर्म पानी में एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाकर सेवन करने से रक्त चाप कंट्रोल रहता है।
-डॉक्टर्स के अनुसार, रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए रोजाना खाली पेट एक आंवला खाएं।
-रोजाना दो चम्मच त्रिफला चूर्ण खाने से भी रक्त चाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है।