जानें, कितने प्रकार के होते हैं डैंड्रफ और कैसे करें दूर

punjabkesari.in Thursday, Jun 10, 2021 - 05:09 PM (IST)

गर्मियों में अधिक पसीना आने की वजह से बालों की समस्या भी बहुत बढ़ जाती हैं, बालों में डैंड्रफ होना एक आम बात हैं लेकिन यह किस वजह से हो रही हैं यह आपने आप में एक बड़ी समस्या है। डैंड्रफ एक ऐसी हेयर प्रॉब्लम है, जिससे अधिकतर लोगों को फ़ेस करना पड़ता है। कभी-कभी तो डैंड्रफ की वजह से खुजली होने लगती है, जिस वजह से शर्मिंदा भी होना पड़ता है और डैंड्रफ सर से उतरकर आपके कपड़ों पर नज़र आने लगते हैं। डैंड्रफ कई प्रकार के होते हैं।

विभिन्न प्रकार के डैंड्रफ
1. ड्राई स्कीन से संबंधित डैंड्रफ
2. ऑयली स्कैल्प-संबंधित डैंड्रफ
3. फंगल डैंड्रफ
4. केमिकल प्राॅडक्ट इस्तेमाल द्वारा डैंड्रफ
5. सोरायसिस के कारण डैंड्रफ


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ड्राई स्कीन से संबंधित डैंड्रफ- डैंड्रफ अक्सर उन लोगों के बालों में होता हैं। जिनकी खोपड़ी ड्राई होती हैं।  खोपड़ी पर सूखी त्वचा अत्यधिक ठंड के मौसम (जैसे सर्दियों के महीनों में) या अनियमित बाल शैम्पू के कारण हो सकती है।

इसके लक्षण: आपकी खोपड़ी पर जकड़न की भावना और बालों में छोटे, गोल, सफेद सूखे गुच्छे।
 

ऑयली स्कैल्प से संबंधित डैंड्रफ- बालों में शैंपू करने के एक ही दिन के बाद अगर आपके बाल चिपचिपे हो जाते हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी स्‍कैल्‍प काफी ज्‍यादा ऑयली है। ऑयली खोपड़ी होने से आपका शरीर अतिरिक्त सीबम का उत्पादन शुरू कर सकता है। सीबम, सामान्य मात्रा में, आपके बालों और त्वचा को नमी देने और उन्हें सूखने से बचाने में मदद कर सकता है। यह उम्र बढ़ने के कुछ संकेतों में देरी करने में भी मदद कर सकता है। 

लक्षण: खोपड़ी पर पीले धब्बे, खोपड़ी पर पीले रंग के बड़े रूसी गुच्छे, खुजली होना।

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फंगल डैंड्रफ- सिर की त्वचा में ड्राइनेस होने से कई बार फंगल इंफेक्शन हो जाता है। इस इंफेक्शन की वजह से सिर में खुजली और अत्यधिक रूसी की परेशानी भी शुरू हो जाती है। फंगस पैदा करने वाले बैक्‍टीरिया आमतौर पर मानसून में पैदा होते हैं और बारिश के बाद भी इनका असर ख़त्म नहीं होता।  यह फंगल संक्रमण काफी तेजी से फैलता है जब आपकी खोपड़ी अत्यधिक तैलीय होती है या पीएच असंतुलन होता है।

लक्षण: सफेद या पीले रंग की डैंड्रफ
 

केमिकल प्राॅडक्ट इस्तेमाल द्वारा रूसी- कई बार हम बहुत सारे स्टाइलिंग के लिए मार्लीकेट से लिव-इन कंडीशनर, जैल, सीरम, पोमेड्स, मूस या हेयर स्प्रे सहित का उपयोग करते है, जिस के कण आपकी खोपड़ी पर जमा हो जाते हैं, और इससे भी डैंड्रफ की समस्या हो जाती है। इससे बालों का झड़ना भी हो सकता है।

लक्षण: खोपड़ी पर बड़ी सफेदी या पीले रंग के बड़े गुच्छे, जलन और बाल झड़ना।
 

सोरायसिस के कारण डैंड्रफ
सोरायसिस एक पुरानी त्वचा होती है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ त्वचा के ऊतकों पर हमला करना शुरू कर देती है। इससे पुरानी मृत त्वचा के झड़ जाने से पहले नई त्वचा कोशिकाओं का तेजी से उत्पादन होता है। परिणाम आपके खोपड़ी, गर्दन, घुटनों और पीठ पर मोटी चांदी के रंग का टेढ़ा पैच का गठन होता है।

लक्षण: चांदी के रंग का खुरदरा पैच, खोपड़ी पर मोटे सफेद बड़े गुच्छे, लालिमा और हल्की खुजली।


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आईए जानते हैं इन डैंड्रफ को कैसे रोका जाए-


डैंड्रफ को रोकने के टिप्स 

-चार चम्मच खसखस दूध में पीस कर बालों की जड़ों में लगाने के बाद इसे आधे घंटे तक ऐसा ही चोड़ दें इसके बाद सिर धोएं। धोने में शैम्पू का इस्तेमाल करें। सप्ताह में दो बार इस तरह बाल धो लें।

- हफ्ते में दो बार दही से बालों को धोने से डैंड्रफ मिट जाती है।

-पांच चम्मच पिसे आंवले को रात को आधा कप पानी में भिगो दें, सुबह इस पानी से सिर धो लें। 

-चुकंदर के पत्तों को पानी में उबालकर सिर धोने से डैंड्रफ की समस्या जल्द दूर हो जाती है।

- रीठे से सिर धोने पर भी डैंड्रफ से छुटकारा मिल जाता है।

- नारियल के तेल में कपूर मिला कर बालों में मालिश करें और 1 घंटे बाद हेड वाॅश कर लें।

-नींबू के रस को बालों में लगाएं। कुछ समय बाद सिर धो लें।

- नींबू में हल्का-सा बेसन और दही मिलाकर स्केल्प पर लगाएं, और कुछ देर बाद में धो लें। 

- नींबू में लहसुन का पेस्ट मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

-मुल्तानी मिट्टी को रात भर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इसका लेप बनाकर उसमें नींबू का रस मिलाएं और बालों पर 20 मिनट के लिए लगाएं। फिर सिर धो दें।

-एलोवेरा का जैल बालों में लगाने से भी डैंड्रफ की समस्या दूर होती हैं।    इस जैल से  सिर की अच्छी तरह मालिश करें और घंटे भर बाद सिर धो लें।


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Content Writer

Anu Malhotra

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