एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए? हार्ट की गंभीर बीमारियों से बचा लेगी WHO की छोटी-सी सलाह!

punjabkesari.in Sunday, Nov 03, 2024 - 02:35 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल के एक अध्ययन में लैंसेट मेडिकल जर्नल ने एक महत्वपूर्ण सिफारिश की है- यदि हम रोजाना पांच ग्राम से कम नमक का सेवन करें, तो यह हमारे दिल और किडनी के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा। यह सिफारिश इस तथ्य पर आधारित है कि अत्यधिक नमक का सेवन विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं, विशेष रूप से दिल और किडनी से संबंधित रोगों का कारण बन सकता है।

एक दिन में कितना नमक खाएं?

WHO के एक नए अध्ययन के अनुसार, रोजाना 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करने से अगले 10 सालों में हार्ट डिजीज और किडनी की गंभीर बीमारियों से होने वाली लगभग 3 लाख मौतों को रोका जा सकता है। यह अध्ययन द लैंसेट पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित हुआ है। भारत में, एक व्यक्ति औसतन एक दिन में लगभग 11 ग्राम नमक का सेवन करता है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताई गई सीमा से कहीं ज्यादा है। जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर, दिल से जुड़ी बीमारियां और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का एक बड़ा कारण है।

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समस्या का गंभीरता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने प्रतिदिन दो ग्राम से कम सोडियम का सेवन करने की सलाह दी है, जो लगभग एक चम्मच या पांच ग्राम नमक के बराबर है। लेकिन भारतीय लोग वर्तमान में इस मात्रा का दोगुना नमक खा रहे हैं। लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार, यदि लोग नमक के सेवन को सीमित करने में सफल होते हैं, तो अगले दस वर्षों में दिल और किडनी रोगों से होने वाली लगभग तीन लाख मौतों को रोका जा सकता है।

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नमक और स्वास्थ्य पर प्रभाव

अधिक नमक का सेवन सोडियम के उच्च स्तर से जुड़ा होता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है। पैकेड खाद्य पदार्थों में अक्सर सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह समस्या और बढ़ जाती है। उच्च आय वाले देशों में पैकेज्ड फूड का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन निम्न और मध्यम आय वाले देशों में भी यह एक चिंता का विषय बन रहा है।

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वैश्विक प्रयास और नीतिगत बदलाव

अध्ययन में यह भी बताया गया है कि कई देशों, जैसे ब्रिटेन, अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका, ने पैकेड खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा को निर्धारित किया है। इससे खाद्य निर्माताओं को सोडियम की मात्रा में सुधार करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। डब्ल्यूएचओ का एक लक्ष्य वर्ष 2025 तक सोडियम के सेवन को 30 प्रतिशत तक कम करना है, ताकि गैर-संचारी रोगों की रोकथाम की जा सके।

लाभ और संभावित लागत में कमी

कम नमक का सेवन न केवल स्वास्थ्य में सुधार करेगा, बल्कि स्वास्थ्य पर होने वाले खर्चों में भी कमी ला सकता है। दिल के दौरे से संबंधित मामलों को 17 लाख तक कम किया जा सकता है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर दबाव भी कम होगा।

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इस अध्ययन से स्पष्ट होता है कि नमक का सीमित सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना महत्वपूर्ण है। हमें इसे अपने दैनिक खानपान में ध्यान में रखते हुए, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता है। यह न केवल हमारे दिल और किडनी को सुरक्षित रखेगा, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा।

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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