रिक्शा चालक के बेटी रानी ने जीता वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर अवॉर्ड

punjabkesari.in Wednesday, Feb 05, 2020 - 11:43 AM (IST)

देश हो या विदेश भारतीय महिलाएं हर जगह पर आगे रहती है। इस बात को साबित किया है भारतीय महिला हॉकी टीम की कैप्टन रानी रामपाल ने। रानी ने हाल ही में वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर 2019 अवॉर्ड हासिल किया है। रानी पहली भारतीय है जिन्होंने यह अवॉर्ड जीता है। इस अवॉर्ड के लिए कुल 705,610 वोट पड़े थे जिसमें से 199477 वोट रानी को मिले। इस प्रतियोगिता में दूसरा स्थान यूक्रेन की कराटे खिलाड़ी स्टेनिसलाव होरुना और तीसरा स्थान कनाडा की पावरलिफ्टर रिया स्टिन ने हासिल किया है। इसके लिए 25 खेलों से 25 खिलाड़ियो का नाम दर्ज किया जाता है जिसके बाद जनता द्वारा वोटिंग दी जाती है। अंतिम वोटिंग तक खिलाड़ियों की संख्या घट कर 10 रह जाती है।

 

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6 साल की उम्र में शुरु की हॉकी

हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले मारकंडा गांव में पैदा हुई रानी रामपाल ने 6 साल की उम्र में ही खेलना शुरु कर दिया था। 14 साल की उम्र में वह भारतीय महिला सीनियर हॉकी टीम में शामिल हो गई थी और आज वह उसी टीम को लीड कर रही है। 

पिता चलाते है रिक्शा

रानी बहुत ही सामान्य परिवार से संबंध रखती है। रानी के पिता परिवार का पेट पालने के लिए रिक्शा चलाकर ईटें बचते थे। उनकी कमाई से मुश्किल से ही घर की जरुरते पूरी हो पाती थी। घर की पक्की छत नहीं थी जिस कारण बारिश के दिनों में घर में पानी जमा हो जाता था। घर में इन सब परिस्थितियों के बाद भी रानी ने कभी हार नही मानी। पिता के पास अच्छी एकेडमी में ट्रेनिंग करवाने के लिए पैसे नहीं थे तो रानी नंगे पांव ट्रेनिंग करती थी। 

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भाई की शादी के दिन भी किया अभ्यास

रानी रामपाल ने बचपन से ही हॉकी खेलनी शुरु कर दी थी और उन्होंने कभी भी अपनी प्रेक्टिस मिस नही की है। यहां तक कि अपने सगे भाई की शादी के दिन भी वह मैदान में अभ्यास कर रही थी। न्यूजीलैंड के दौरे पर गई हुई रानी ने कहा- यह पुरस्कार पाना उनके लिए बहुत गौरव की बात है। यह पुरस्कार मेरी टीम और देश को जाता है। उन्होंने कहा कि टीम के लिए 2019 काफी अच्छा साल रहा है क्योंकि उन्होंने टोक्यों ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया और अब 2020 को भी यादगार बनाना चाहेंगे।

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मिल चुके है ये सम्मान 

भारत की ओर से 240 मैच खेल चुकी रानी हाल ही में देश के चौथे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित हुई है। वहीं इससे पहले 2016 में राष्ट्रपति अवॉर्ड, 2013-14 में हरियाणा सरकार की ओर से भीम अवार्ड से सम्मानित हो चुकी है। रानी की अगुवाई ने भारत ने तीसरी बार ओलिंपिक के लिए क्वीलाफाई किया है। 2009 में रुस में आयोजित चैंपियन चैलेंज टूर्नामेंट में रानी यंग प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट रही। इसके बाद 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों में एफआईएच की यंग वुमेन प्लेयर ऑफ द ईयर रही और उन्हें एशियाई हॉकी महासंघ की ऑल स्टार टीम में शामिल किया गया। इन अवॉर्ड का श्रेय रानी अपने कोच बलदेव सिंह और माता-पिता रामपाल और राममूर्ति को देती है। 

 


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Content Writer

khushboo aggarwal

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