HIV/AIDS सिर्फ यौन संबंधों से नहीं, इन छोटी-छोटी गलतियों से भी फैलता है वायरस
punjabkesari.in Thursday, Aug 07, 2025 - 12:07 PM (IST)

नारी डेस्क: HIV (एचआईवी) एक ऐसा वायरस है जो धीरे-धीरे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को खत्म कर देता है। आमतौर पर लोग इसे केवल फिजिकल रिलेशन से फैलने वाला संक्रमण मानते हैं, लेकिन हकीकत इससे कहीं ज़्यादा गंभीर और व्यापक है। आज भी समाज में HIV को लेकर कई भ्रांतियां (मिथक) फैली हुई हैं, जिनका सच जानना बहुत ज़रूरी है।
संक्रमित खून से हो सकता है संक्रमण
अगर किसी व्यक्ति को रक्त चढ़ाया जाता है, और वह खून HIV संक्रमित है, तो यह वायरस सीधे शरीर में पहुंच सकता है। कई बार छोटे शहरों या गांवों में बिना जांच के खून चढ़ा दिया जाता है, जो बेहद खतरनाक हो सकता है।
एक ही सुई या इंजेक्शन का इस्तेमाल
अगर एक सुई या इंजेक्शन को कई लोगों में बिना साफ किए इस्तेमाल किया जाए, तो HIV का संक्रमण बहुत तेज़ी से फैल सकता है। ये गलती ड्रग्स लेने वालों, या अस्वस्थ इलाज प्रणाली में अक्सर हो जाती है।
निजी चीजें साझा करना – एक अनदेखा खतरा
रेज़र, ब्लेड, टूथब्रश जैसी वस्तुएं अगर किसी HIV संक्रमित व्यक्ति के साथ साझा की जाती हैं, और उनमें खून के अंश मौजूद हों, तो संक्रमण फैल सकता है। यह खतरा छोटा दिखता है, लेकिन सच में बहुत बड़ा होता है।
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गर्भावस्था और स्तनपान में भी फैल सकता है वायरस
अगर कोई महिला HIV पॉजिटिव है और उसने इलाज नहीं कराया है, तो वह वायरस अपने बच्चे को गर्भ के दौरान या स्तनपान के समय दे सकती है। ऐसे मामलों में नियमित इलाज और डॉक्टर की सलाह बहुत ज़रूरी होती है।
HIV पॉजिटिव व्यक्ति को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
निजी चीजें साझा न करें – जैसे रेज़र, टूथब्रश, नेल कटर आदि।
संरक्षित यौन संबंध बनाए रखें – हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें।
दवाओं का नियमित सेवन करें – एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) समय पर लें।
रक्तदान से बचें – HIV पॉजिटिव व्यक्ति को कभी भी खून नहीं देना चाहिए।
सतर्कता बनाए रखें – खुद की सेहत के साथ दूसरों की सुरक्षा भी जरूरी है।
HIV/AIDS कोई सज़ा नहीं, बल्कि एक इलाज योग्य स्थिति है
आज भी कई लोग HIV पॉजिटिव लोगों से दूरी बना लेते हैं, जबकि सतर्कता और सही इलाज से एक HIV पॉजिटिव व्यक्ति भी सामान्य जीवन जी सकता है। यह ज़रूरी है कि हम HIV को केवल यौन रोग न समझें, बल्कि इसे एक स्वास्थ्य विषय की तरह लें और सही जानकारी फैलाएं।
HIV/AIDS से बचाव केवल शारीरिक संबंधों तक सीमित नहीं है। स्वच्छता, जागरूकता और सावधानी से हम खुद को और दूसरों को इस संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं। समय पर टेस्ट, इलाज और समझदारी ही इसकी सबसे बड़ी रोकथाम है।