आखिर क्यों इस अनोखे पेड़ की 24 घंटे होती है सुरक्षा? बौद्ध धर्म से है इसका गहरा कनेक्शन

punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2023 - 10:54 AM (IST)

भारत में ऐसी कई अनोखी चीजे हैं जिनके बारे में बहुत से कम लोगों को जानकारी है, जहां तक की ऐसी चीजों के लोगों ने नाम तक भी नहीं सुने होते। आज ऐसी ही एक अलग चीज के बारे में आपको बताएंगे क्या आपने कभी सोचा है कि किसी पेड़ को वीआईपी ट्रीटमेंट मिल सकता है। जी हां एक ऐसा ही पेड़ है जिसकी सुरक्षा में कमांडो खड़े रहते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इस पेड़ की रखरखाव के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि यह अनोखा पेड़ कहां पर है...

मध्यप्रदेश के सांची में स्थित है पेड़ 

यह पेड़ मध्यप्रदेश के रायसेन में सांची स्तूप के पास है। इस वीआईपी पेड़ को बोधी वृक्ष कहते हैं जो हर दिन सुरक्षा के घेरे में रहता है। इस पेड़ की सुरक्षा के लिए 24 घंटे पुलिस जवान तैनात रहते हैं। सांची स्तूप के पास स्थित इस पेड़ को वीआईपी भी कहा जाता है। 

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2500 साल पुराना है पेड़ 

यह पेड़ आज से करीबन 2500 साल पुराना है। इस पेड़ के नीचे महात्मा बुद्ध को बोधगया में  ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके बाद हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध धर्म में इस पेड़ का महत्व बढ़ गया।बौद्ध धर्म में इस पेड़ को बोधि वृक्ष भी कहते हैं। यह पौधा बिहार के बौद्धगया से लाया गया था। इस पेड़ की बौद्ध अनुयायी भी पूजा अर्चना की थी। 269 ईसा पूर्व में अशोक के बौद्ध धर्म अपनाने के बाद सांची में स्तूप बना और बौद्ध धर्म के विश्वव्यापी प्रचार और प्रसार से जोर पकड़ लिया। अशोक ने अपने दूत को श्रीलंका भेजा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सांची में लगे वट की शाखा को भी अशोक ने श्रीलंका में भेजा था। कई ऐतिहासिक स्त्रोतो में इस बात की जानकारी मिलती है कि इस पेड़ के स्थान पर अशोक एक धार्मिक स्थल की स्थापना भी कर चुके थे और उन्होंने इस वृक्ष की पूजा भी शुरु हो चुकी थी। 

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नहीं तोड़ सकता कोई एक भी पत्ता 

इस पेड़ की सुरक्षा के लिए हर समय 1 से 4 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। इसके रखरखाव के लिए हर साल लाखों रुपये भी खर्च होते हैं। अब तक 64 लाख खर्च हो चुके हैं। पेड़ से गिरने वाला एक-एक पत्ते इकट्ठा करके सुरक्षित करके रखा जाता है। इसके अलावा यदि इसका कोई भी एक पत्ता तोड़े तो उसके खिलाफ केस दर्ज हो जाता है। 

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palak

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