क्या आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं हो रहा? वजह हो सकती हैं रोज़ की ये 6 आदतें

punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 04:30 PM (IST)

 नारी डेस्क: आजकल हाई ब्लड प्रेशर यानी हाई बीपी एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। कई बार हम अपनी रोज़मर्रा की कुछ गलत आदतों के कारण इसका शिकार बन जाते हैं, बिना यह जाने कि यही छोटी-छोटी गलतियां हमारे स्वास्थ्य पर बड़ा असर डाल सकती हैं। अगर आप भी ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में परेशानी महसूस कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत मददगार साबित होगा। इसमें हम आपको बताएंगे वे 6 आम आदतें जो आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती हैं और साथ ही आपको कुछ आसान टिप्स भी देंगे जिनसे आप हाई बीपी से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

हाई बीपी क्यों होता है?

हाई ब्लड प्रेशर सबसे ज्यादा हमारी गलत जीवनशैली के कारण होता है, जिसमें खराब खान-पान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, अत्यधिक तनाव और नींद की गड़बड़ी शामिल हैं। ये आदतें हमारे शरीर की धमनियों की दीवारों पर लगातार दबाव डालती हैं, जिससे दिल को खून पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है और यही कारण होता है कि ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।

PunjabKesari

 रोज़ की ये 6 आदतें बढ़ा सकती हैं ब्लड प्रेशर

आपको शायद पता भी न हो कि आपकी कुछ छोटी-छोटी आदतें हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन रही हैं-

नाश्ता करना छोड़ देना (ब्रेकफास्ट स्किप करना)

सुबह का नाश्ता दिन की सबसे जरूरी मील होती है क्योंकि यह शरीर को दिन भर के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। नाश्ता करने से ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है, जिससे तनाव कम होता है और शरीर के कई सिस्टम सही तरीके से काम करते हैं। जो लोग नियमित रूप से ब्रेकफास्ट छोड़ देते हैं, उनमें ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि उनकी बॉडी में हार्मोनल और मेटाबोलिक असंतुलन पैदा हो जाता है। इससे हार्ट पर दबाव बढ़ता है और हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम भी बढ़ सकता है। इसलिए सुबह का पौष्टिक नाश्ता करना बहुत ज़रूरी है।

PunjabKesari

 पेनकिलर दवाओं का ज्यादा सेवन

छोटी-छोटी दर्द या बीमारियों के लिए बार-बार पेनकिलर दवाइयां लेना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। पेनकिलर दवाएं किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित करती हैं, जिससे किडनी में सूजन और नुकसान हो सकता है। किडनी सही तरीके से काम न करे तो ब्लड प्रेशर नियंत्रण से बाहर हो सकता है क्योंकि किडनी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके अलावा, पेनकिलर दवाओं का अधिक सेवन शरीर में जल प्रतिधारण बढ़ा सकता है, जिससे रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर का सेवन कम से कम करना चाहिए।

 बहुत शोर-शराबे वाली जगह रहना

अगर आप ऐसे माहौल में रहते हैं जहां लगातार शोर होता रहता है, तो यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। शोर से उत्पन्न तनाव और चिड़चिड़ापन शरीर में हार्मोन असंतुलन पैदा करता है, खासकर तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। यह हार्मोन ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाता है। लंबे समय तक शोर वाले वातावरण में रहने से नींद की गुणवत्ता भी खराब होती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा और बढ़ जाता है। इसलिए जहां तक संभव हो, शांति वाले वातावरण में रहना या शोर से बचने के उपाय करना चाहिए।

ये भी पढ़ें:  मुंह में सूजन और पस की शिकायत लेकर एम्स पहुंची युवती, रिपोर्ट देख डॉक्टर भी रह गए हैरान

 यूरीन रोक कर रखना

पेशाब को रोक कर रखना शरीर के लिए अच्छा नहीं होता क्योंकि इससे ब्लैडर और किडनी पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। बार-बार पेशाब रोकने से ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और किडनी के फिल्टरिंग सिस्टम पर भी असर पड़ता है। इससे शरीर में विषैले पदार्थ जमा हो सकते हैं जो रक्त वाहिकाओं और दिल पर दबाव बढ़ाते हैं। यह स्थिति ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देने वाली होती है। इसलिए जब भी पेशाब की इच्छा हो, उसे तुरंत करना चाहिए ताकि ब्लैडर और किडनी स्वस्थ रह सकें।

PunjabKesari

 पानी कम पीना

पानी हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह रक्त के प्रवाह और बॉडी के कई कार्यों के लिए जरूरी है। जब शरीर में पानी की कमी होती है यानी डिहाइड्रेशन होता है, तो खून गाढ़ा हो जाता है और दिल को उसे पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे रक्तचाप बढ़ने लगता है। इसके अलावा, पानी की कमी से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ता है, जो दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना बहुत जरूरी है, खासकर गर्मी और व्यायाम के दौरान।

 बहुत कम या बहुत ज्यादा नींद लेना

नींद शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर को आराम देने और मरम्मत करने का समय होता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना लगभग 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। अगर नींद 6 घंटे से कम हो या 9 घंटे से ज्यादा हो, तो यह शरीर की सर्केडियन रिद्म (जैविक घड़ी) को प्रभावित करता है। इससे तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देता है। नींद की कमी या अधिकता से हृदय की धड़कन असामान्य हो सकती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए नियमित और पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।

 हाई बीपी से बचने के आसान उपाय

हर दिन सुबह नाश्ता ज़रूर करें

पेनकिलर का इस्तेमाल कम से कम करें

शांत माहौल में रहें या मेडिटेशन करें

पानी भरपूर मात्रा में पिएं (8–10 गिलास/दिन)

पेशाब कभी न रोकें

नियमित नींद लें (7-8 घंटे)

रोज़ थोड़ी देर टहलना या एक्सरसाइज ज़रूर करें

नमक और तले हुए खाने से परहेज़ करें

 ध्यान दें हाई ब्लड प्रेशर का असर धीरे-धीरे होता है, लेकिन इसके परिणाम बहुत गंभीर हो सकते हैं। अगर आपको चक्कर आना, सिर दर्द, थकान या सांस फूलने की समस्या हो, तो इसे नजरअंदाज न करें।सही समय पर डॉक्टर से जांच कराना और अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना ही सबसे सही तरीका है ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने का।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी इलाज का विकल्प नहीं है। हाई ब्लड प्रेशर या किसी अन्य बीमारी से संबंधित सही सलाह के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static