हर वक्त रहती हैं एड़ियों में दर्द तो इसका सही कारण भी पढ़ लें

punjabkesari.in Friday, Oct 17, 2025 - 07:23 PM (IST)

नारी डेस्कः आपने बहुत से लोगों को कहते सुना होगा कि उनकी एड़ियों में बहुत दर्द (Heel Pain) होता है। वैसे तो लोग इसे आम समझ लेते हैं लेकिन एड़ियों के दर्द के पीछे कई स्वास्थ समस्याएं छिपी हो सकती हैं क्योंकि हर बार एड़ियों का दर्द थकान या फिर उम्र से जुड़ा हो ऐसा नहीं हो सकता।  कई बार यह शरीर में छिपी हुई हेल्थ प्रॉब्लम्स का संकेत भी हो सकता है। 

एड़ियों में दर्द के मुख्य कारण| Heel Pain Causes 

एड़ियों में दर्द होने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं। एड़ी में दर्द सिर्फ एक साधारण परेशानी नहीं बल्कि यह प्लांटर फैशियाइटिस, गठिया, या यूरिक एसिड जैसी बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। समय पर जांच, सही फुटवेयर और घरेलू उपायों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। चलिए आपको इस बारे में बताते हैं।

1. प्लांटर फैशियाइटिस (Plantar Fasciitis)

यह एड़ी में दर्द का सबसे आम कारण है। इसमें एड़ी के नीचे की मांसपेशी (fascia) में सूजन आ जाती है।
लक्षण: सुबह उठते ही पहला कदम रखते समय तेज दर्द।
इलाज: पैरों को गर्म पानी में सेंकें।
कुशन वाले जूते पहनें।
ज्यादा देर खड़े रहने से बचें।

2. हील स्पर (Heel Spur)

एड़ी की हड्डी के नीचे कैल्शियम जमा हो जाने से हड्डी में कांटे जैसी बढ़त बन जाती है।
लक्षण: चलने या दौड़ने पर चुभन जैसा दर्द।
इलाज: फिजियोथेरेपी, डॉक्टर की सलाह से कैल्शियम या एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा और आरामदायक फुटवेयर पहनें। 

3. गठिया (Arthritis)

खासकर रूमेटॉयड या ऑस्टियोआर्थराइटिस में एड़ियों में सूजन और दर्द होता है।
इलाज: डॉक्टर से जांच करवाएं।
हल्का व्यायाम, सूजन कम करने वाली दवाएं
शरीर का वजन कंट्रोल में रखें

4. यूरिक एसिड बढ़ना (High Uric Acid)

जब खून में यूरिक एसिड जमा हो जाता है तो जोड़ों और एड़ियों में दर्द होता है।
इलाज: पानी खूब पिएं
लाल मांस, दालें और शराब से परहेज।
डॉक्टर से यूरिक एसिड टेस्ट करवाएं।

5. सर्वाइकल या नस दबना

कभी-कभी रीढ़ की हड्डी या पैर की नस दबने से भी एड़ियों में दर्द फैलता है।
इलाज: फिजियोथेरेपी
स्ट्रेचिंग और योगासन
ज्यादा देर तक बैठने से बचें।

एड़ियों के दर्द का घरेलू उपाय (Home Remedies)

गुनगुने पानी में नमक डालकर सेंकें-इससे सूजन और दर्द कम होता है।
सरसों तेल और लहसुन से मालिश करें-यह रक्त संचार बढ़ाकर दर्द कम करता है।
हल्दी दूध – सूजन कम करने में मददगार है।
आराम करें और सॉफ्ट जूते पहनें – सख्त सोल या ऊँची हील से बचें।

डॉक्टर से कब मिलें

दर्द लगातार 7–10 दिन तक बना रहे।
सूजन या लालिमा दिखे।
चलने में दिक्कत या तेज जलन महसूस हो।
 


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Content Writer

Vandana

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