बच्चों की त्वचा में रेशेज़ और सूखापन? इन उपायों से मिलेगी राहत
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 12:07 PM (IST)
नारी डेस्क: सर्दी का मौसम बच्चों के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है, खासकर उनकी संवेदनशील त्वचा के लिए। कम तापमान और नमी की कमी से त्वचा पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम बच्चों की त्वचा का विशेष ध्यान रखें। आइए जानें सर्दियों में होने वाली कुछ प्रमुख त्वचा संबंधी समस्याओं और उनके समाधान के बारे में।
सूखी त्वचा और खुजली
सर्दी में हवा की नमी कम हो जाती है, जिससे त्वचा का प्राकृतिक तेल भी निकल जाता है और त्वचा सूखी हो जाती है। बच्चों की त्वचा विशेष रूप से अधिक संवेदनशील होती है, और सर्दियों में यह समस्या बढ़ सकती है। डॉ. कुशल अग्रवाल, जो कि काशीपुर के केवीआर अस्पताल के नियोनेटोलॉजी और पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रमुख हैं, बताते हैं कि जब नहाने के लिए गर्म पानी का अत्यधिक उपयोग किया जाता है और बच्चे पानी कम पीते हैं, तो यह सूखापन और खुजली को बढ़ा सकता है। बच्चों को हल्के गर्म पानी से नहलाएं और नहाने के तुरंत बाद मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें। पानी का सेवन बढ़ाएं, जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहे और त्वचा की नमी बनी रहे।
डिहाइड्रेशन और कब्ज
सर्दियों में बच्चों को पानी कम पीने की आदत हो सकती है, जो डिहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न कर सकता है। इसके अलावा, शरीर से अधिक पानी निकलने के कारण कब्ज की समस्या भी हो सकती है। विशेष रूप से, यदि बच्चे चाय या कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन करते हैं, तो यह अधिक नुकसानदेह हो सकता है, क्योंकि कैफीन शरीर से पानी बाहर निकालने में मदद करता है। बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाने की कोशिश करें, खासकर सर्दियों में। कैफीन का सेवन कम करें और हर्बल चाय, जैसे पुदीना या अदरक की चाय दें, जो पाचन में मददगार होती है। फाइबर से भरपूर आहार दें, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज, जो कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं।
धूम्रपान का प्रभाव
धूम्रपान न केवल बच्चों के लिए बल्कि उनके परिवार के लिए भी हानिकारक हो सकता है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन आंतों के रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है, जिससे आंतों की कार्यप्रणाली कम हो जाती है और पाचन समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, धूम्रपान से बच्चों के त्वचा पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। धूम्रपान से बचें और बच्चों को ताजगी से भरी हवा में रहने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों के आहार में पोषक तत्वों से भरपूर भोजन दें, ताकि उनका पाचन तंत्र मजबूत बने।
सर्दी के कारण रेशेज़ और खुजली
सर्दियों में अत्यधिक ठंड से बच्चों की त्वचा पर रेशेज़ और खुजली हो सकती है। इससे उनकी त्वचा लाल हो सकती है और दर्द भी हो सकता है। यह अक्सर तब होता है जब बच्चे ऊनी कपड़े पहनते हैं या सर्दी से बचने के लिए ज्यादा मोटे कपड़े पहनते हैं, जो उनकी त्वचा पर रगड़ते हैं और जलन पैदा करते हैं। बच्चों को मुलायम कपड़े पहनाएं, जो उनकी त्वचा के लिए कोमल हों और गर्मी का संतुलन बनाए रखें। त्वचा पर रेशेज़ होने पर, डॉक्टर से सलाह लेकर कोल्ड क्रीम या एंटी-इंफ्लेमेटरी क्रीम का इस्तेमाल करें। सर्दियों में स्किन रैशेस से बचने के लिए बच्चों के कपड़े हमेशा धोने के बाद अच्छी तरह से सुखाएं ताकि उन पर कोई रसायन न हो।
बर्फीली हवा से बचाव
सर्दी के मौसम में बर्फीली हवा और ठंडी हवाएं बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे त्वचा की नमी कम हो जाती है और यह शुष्क हो सकती है। यह विशेष रूप से बच्चों के चेहरे और हाथों की त्वचा पर प्रभाव डालता है, क्योंकि यह हिस्से खुले रहते हैं और ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क में आते हैं। जब भी बच्चे बाहर जाएं, उनके चेहरे और हाथों पर एक अच्छा मॉइस्चराइज़र या जेम्स/ओलिव ऑयल लगाएं। बच्चों को ठंडी हवाओं से बचाने के लिए उन्हें गर्म और मुलायम कपड़े पहनाएं, खासकर सिर, कान और हाथों को ढकने के लिए। घर में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें, ताकि हवा में नमी बनी रहे और बच्चों की त्वचा में सूखापन न हो।
सर्दियों में बच्चों की त्वचा और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। सही आहार, पर्याप्त पानी पीना और त्वचा की देखभाल से हम इन समस्याओं को नियंत्रित कर सकते हैं। बच्चों को हाइड्रेटेड रखना और उनकी त्वचा को मॉइस्चराइज करना, सर्दियों में होने वाली समस्याओं से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।