सर्दियों में रोज़ खजूर खाने से क्या होगा, ज्यादा खा लिया तो हो सकते हैं ये नुकसान, एक बार जरूर पढ़ें
punjabkesari.in Sunday, Nov 23, 2025 - 11:00 AM (IST)
नारी डेस्क: सर्दियां शुरू होते ही लोग अपनी डाइट में खजूर शामिल करने लगते हैं, क्योंकि यह शरीर को गर्म रखने वाला, स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर फल है। खजूर में आयरन, फाइबर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और कई जरूरी विटामिन पाए जाते हैं, जो इसे एक तरह का प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत बनाते हैं। लेकिन यह जानना उतना ही जरूरी है कि खजूर कितना खाना चाहिए और ज्यादा खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं। नीचे खजूर से जुड़ी सभी जानकारी आपको बेहद सरल भाषा में दी जा रही है।
खजूर की तासीर क्या होती है? — Khajur Ki Taseer
खजूर की तासीर गर्म होती है। इसका मतलब यह है कि इसे खाने से शरीर के अंदर गर्माहट पैदा होती है, जो ठंड के मौसम में बेहद फायदेमंद रहती है। खजूर में प्राकृतिक शुगर और कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जिससे इसे खाने पर तुरंत ऊर्जा मिलती है। यही वजह है कि आयुर्वेद खजूर को सर्दियों के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ मानता है। ठंड में हाथ-पैर ठंडे रहना, थकान महसूस होना या शरीर में कमजोरी लगना जैसी समस्याओं से खजूर काफी राहत देता है।

खजूर में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं? — Khajur Me Kya Hota Hai
खजूर पोषण का खजाना है। इसमें आयरन की मात्रा बहुत अच्छी होती है, जिससे खून की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इसमें पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में होता है, जो दिल को स्वस्थ रखता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। खजूर में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और पुरानी कब्ज़ जैसी समस्याओं से बचाता है। इसमें मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। खजूर में थोड़ी मात्रा में बी-विटामिन और विटामिन-K भी पाए जाते हैं, जो शरीर के सामान्य कार्यों के लिए जरूरी होते हैं।
सर्दियों में रोज़ाना खजूर खाने के विस्तृत फायदे
खजूर तुरंत ऊर्जा देता है
खजूर में प्राकृतिक शुगर जैसे ग्लूकोज़ और फ्रुक्टोज होते हैं, जो शरीर में जाते ही ऊर्जा के रूप में बदल जाते हैं। सर्दियों में अक्सर शरीर सुस्त महसूस करता है या आलस बढ़ जाता है। ऐसे में खजूर खाने से शरीर एक्टिव और ऊर्जावान बना रहता है। यही वजह है कि खिलाड़ी और जिम जाने वाले लोग खजूर को प्री-वर्कआउट स्नैक के तौर पर खाते हैं।
खून की कमी (Anemia) को दूर करने में मदद करता है
यदि किसी व्यक्ति को खून की कमी है या उसका हीमोग्लोबिन कम है, तो खजूर बेहद फायदेमंद होता है। इसमें आयरन की मात्रा पर्याप्त होती है, जो शरीर में नए लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है। नियमित रूप से खजूर खाने से चक्कर आना, थकान महसूस होना या चेहरे पर पीलापन जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
खजूर में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को सरल बनाता है। यदि किसी व्यक्ति को कब्ज़ की समस्या रहती है, तो रोजाना खजूर का सेवन आंतों की गति को सही करता है। इससे भोजन सही तरीके से पचता है और पेट हल्का महसूस होता है। यह गैस, एसिडिटी और पेट में भारीपन जैसी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है।

हड्डियों के लिए फायदेमंद
खजूर में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे मिनरल पाए जाते हैं, जो हड्डियों और जोड़ों को मजबूत रखने के लिए जरूरी होते हैं। जो लोग अक्सर जोड़ों में दर्द, कमजोरी या एनर्जी की कमी महसूस करते हैं, उन्हें खजूर लाभ पहुंचा सकता है। खासतौर पर बुजुर्ग लोगों के लिए यह बहुत अच्छा विकल्प है।
दिल की सेहत को बेहतर बनाता है
खजूर में पोटेशियम पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। हाई BP दिल की बीमारियों का मुख्य कारण माना जाता है। ऐसे में खजूर का नियमित सेवन दिल को सुरक्षित रखने और हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
वजन बढ़ाने में मदद करता है
खजूर हेल्दी कैलोरी से भरपूर होता है। जो लोग बहुत दुबले-पतले हैं या वजन बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें खजूर का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसे दूध के साथ खाने से इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं।
त्वचा और बालों को स्वस्थ रखता है
खजूर में मौजूद आयरन रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे त्वचा पर नेचुरल ग्लो आता है और चेहरे की चमक बढ़ती है। इसके अलावा, इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं। बाल भी मजबूत होते हैं और झड़ना कम हो सकता है।
तनाव कम करता है और नींद बेहतर बनाता है
सर्दियों में नींद पूरी न होना, तनाव या चिड़चिड़ापन होना आम बात है। खजूर में मैग्नीशियम होता है, जो नसों को शांत करता है और मानसिक तनाव को कम करता है। इसे रात में खाने से गहरी और अच्छी नींद आती है।
इम्यूनिटी मजबूत करता है
सर्दियों में सर्दी-खांसी, बुखार या कमजोरी जल्दी हो जाती है। खजूर में मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे बीमारियां दूर रहती हैं।
आंतों को स्वस्थ रखता है
खजूर में मौजूद फाइबर आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है। इससे पेट की सेहत मजबूत रहती है और पाचन शक्ति बढ़ती है।
खजूर खाने के नुकसान — Khajur Side Effects
तेजी से वजन बढ़ सकता है: खजूर कैलोरी से भरा होता है। अगर इसे ज्यादा मात्रा में खाया जाए तो शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होने लगती है, जिससे मोटापा बढ़ सकता है।
ब्लड शुगर बढ़ सकता है: डायबिटीज वाले लोगों के लिए खजूर सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। अधिक खाने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है।
पेट दर्द या दस्त हो सकते हैं: क्योंकि खजूर में फाइबर बहुत ज्यादा होता है, इसलिए इसे अचानक अधिक मात्रा में खाना दस्त, गैस या पेट दर्द का कारण बन सकता है।
कुछ लोगों में एलर्जी हो सकती है: खजूर खाने से कुछ संवेदनशील लोगों को खुजली, सूजन या एलर्जी की समस्या हो सकती है। ऐसे लोग इसे सावधानी से खाएं।
पेट फूलना और गैस बनना: खजूर में फ्रुक्टोज नाम की प्राकृतिक शुगर होती है, जो कुछ लोगों के पेट में गैस बनाती है। इससे पेट फूल सकता है।
अस्थमा के मरीजों को परेशानी: खजूर में सल्फाइट्स होते हैं जो कुछ संवेदनशील लोगों में सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं।
दांतों में सड़न: खजूर चिपचिपा होता है और दांतों में चिपक जाता है। अगर इसे खाने के बाद मुंह साफ न किया जाए तो दांतों में कीड़े लग सकते हैं।
सिरदर्द हो सकता है: खजूर में टायरामाइन होता है, जो माइग्रेन के मरीजों में सिरदर्द बढ़ा सकता है।
बच्चों को खिलाते समय सावधानी: छोटे बच्चे इसे पूरा खाने की कोशिश करते हैं, जिससे गले में फंसने का खतरा होता है। इसलिए उन्हें छोटे टुकड़ों में देकर खिलाएं।
किडनी रोग वाले ध्यान रखें: खजूर में पोटेशियम ज्यादा होता है, इसलिए जिन लोगों की किडनी कमजोर है उन्हें इसकी मात्रा कम रखनी चाहिए।

एक दिन में कितना खजूर खाना चाहिए?
एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए रोजाना 2 से 4 खजूर खाना बिल्कुल सही माना जाता है। डायबिटीज वाले लोग केवल 1 या 2 खजूर ही खाएं। बच्चों के लिए 1–2 छोटे टुकड़े ही पर्याप्त हैं।
खजूर खाने का सही समय
खजूर खाने का सबसे अच्छा समय सुबह है, क्योंकि सुबह खाया गया खजूर पूरे दिन ऊर्जा देता है। वर्कआउट से पहले इसे खाने से एक्सरसाइज अच्छी तरह होती है। दूध के साथ खजूर खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, खासकर सर्दियों में।

