सेहत को लेकर हैं भाग्यशाली अगर आप भी सोते हैं इस तरह, जानिए फायदे
punjabkesari.in Monday, Oct 26, 2020 - 11:04 AM (IST)
सोने का तरीका सभी का अलग- अलग होता है। मगर क्या आप जानते हैं कि यह हमें बहुत- सी परेशानियों के होने व उससे बचाने का काम करता है? जी हां, हमारे सोने की पोजिशन हमारी सेहत पर गहरा असर डालती है। अक्सर बहुत बार गलत तरीके से सोने से सुबह के समय शरीर में दर्द महसूस होता है। तो चलिए आज हम आपको सोने के सही तरीके के साथ उससे मिलने वाले फायदों के बारे में बताते हैं...
किस पोजिशन में सोना सही?
असल में लोग पेट के बल, पीठ के बल या अपने हिसाब से ही सोते हैं। मगर पीठ के बल सोने से सेहत से जुड़ी बहुत सी परेशानियों से राहत मिलती है। तो चलिए जानते हैं पीठ के बल सोने से मिलने वाले फायदों के बारे में...
1. सिर और गर्दन दर्द होगा दूर
पीठ के बल सोने से शरीर एकदम सीधा रहता है। साथ ही गर्दन पर तकिया ठीक से रहता है। ऐसे में सिर व गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव नहीं होता है। इस तरह सिर व गर्दन में दर्द होने की परेशानी से राहत मिलती है। साथ ही शरीर में भारीपन की शिकायत भी नहीं होती है।
2. मजबूत रीढ़ की हड्डी
पीठ के बल सोने से रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होती है। ऐसे में इसमें मजबूती आती है। साथ ही कमर व कूल्हों में दर्द होने की परेशानी से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा देर तक खड़े रहने व झुकने में भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है। ऐसे में जिन्हें कमर दर्द की परेशानी होती है। उन्हें खासतौर पर पीठ के बल सोना चाहिए।
3. झुर्रिया करें कम
पेट के बल सोने से चेहरे पर दबाव पड़ता है। ऐसे में झुर्रियां पड़ने से स्किन समय से पहले बूढ़ी नजर आने लगती है। इसके विपरित पीठ के बल सोने से बॉडी का एकदम सीधी रहती है। चेहरे पर कोई दबाव न पड़ने पर स्किन साफ और रिंकल फ्री रहती है। ऐसे में लंबे समय तक त्वचा जवां रहती है।
4. शरीर का बेहतर विकास
पीठ की अवस्था में सोने से शरीर की पोजिशन सही रहती है। शरीर सिकुड़ने की जगह अच्छे से खुलता है। ऐसे में शरीर सुडौल हो बेहतर तरीके से विकास होने में मदद मिलती है।
5. अच्छी नींद दिलाए
पीठ के बल सोने से शरीर में किसी भी तरह का कोई झुकाव नहीं होता है। ऐसे में पूरी बॉडी रिलैक्स होती है। साथ ही बिना किसी परेशानी के अच्छी व गहरी नींद आने में मदद मिलती है।
6. मजबूत पाचन तंत्र
इस अवस्था में सोने से पेट पर दबाव नहीं होता है। ऐसे में पाचन तंत्र मजबूत हो अपच की परेशानी दूर होती है। साथ ही पेट में अम्लीय रिसाव कम होने से इससे संबंधित अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है।