सर्दियों में कुछ ही दिन मिलती है ये सब्जी, खाएं जरूर क्योंकि इसमें कई लाजवाब फायदे
punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 01:58 PM (IST)
नारी डेस्क : सर्दियों की शुरुआत होते ही भरतपुर की सब्जी मंडियां रतालू की वजह से फिर से जीवंत हो उठी हैं। ठंड के मौसम में मिलने वाली यह मौसमी सब्ज़ी स्वाद, पौष्टिकता और शरीर को गर्म रखने के गुणों के कारण लोगों की पहली पसंद बन गई है। साथ ही, इसकी खेती से किसानों को भी अच्छा मूल्य मिल रहा है।
रतालू: सर्दियों की खास सब्जी
रतालू सालभर नहीं मिलती और केवल ठंड के मौसम में खेतों से सीधे बाजार तक आती है। इसी वजह से इसका इंतजार हर घर में रहता है। ठंड के साथ ही इसकी सप्लाई बढ़ती है और लोग इसे बड़ी मात्रा में खरीदते हैं। यह शरीर को प्राकृतिक रूप से गर्म रखने और ऊर्जा देने का काम करती है।

स्वाद और पोषण में बेमिसाल
फाइबर: पाचन को दुरुस्त रखता है।
आयरन: कमजोरी और थकान को दूर करता है।
विटामिन B6 और पोटैशियम: शरीर को फिट रखने में मदद करते हैं।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर के अनुसार, रतालू बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है।
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कहां होती है खेती और क्यों पसंद की जाती है?
भरतपुर और आस-पास के इलाकों जैसे रूपवास, कुम्हेर और बयाना में रतालू की खेती होती है। खेतों से सीधे मंडी पहुंचने के कारण यह ताजी और उच्च गुणवत्ता वाली सब्ज़ी मानी जाती है। किसानों के अनुसार इसकी बढ़ी हुई मांग उन्हें अच्छा मूल्य देती है।
कैसे खाएं रतालू: रतालू का हल्का मीठा और मुलायम स्वाद इसे हर उम्र के लोगों के लिए पसंदीदा बनाता है। इसे आप उबालकर, भूनकर, या मसालेदार सब्ज़ी के रूप में पका सकते हैं।

आगामी दिनों में बढ़ती मांग: सर्दियों में रतालू की मांग और बढ़ने की संभावना है। इसकी उपलब्धता न सिर्फ ठंड का स्वागत कराती है, बल्कि लोगों की स्वाद और सेहत दोनों में रंग भरती है।
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किन लोगो को रतालू नहीं खाना चाहिए या सावधानी से खाएं
पाचन समस्या वाले लोग: अगर किसी को अत्यधिक गैस, अपच या एसिडिटी की समस्या है, तो रतालू का सेवन सीमित मात्रा में करें। क्योंकि इसमें फाइबर और स्टार्च की मात्रा अधिक होती है।
डायबिटीज मरीज: रतालू में कार्बोहाइड्रेट अधिक होता है। डायबिटीज के मरीज इसे सीमित मात्रा में ही खाएं और अपने ब्लड शुगर स्तर की निगरानी करें।
किडनी की समस्या वाले लोग: रतालू में पोटैशियम होता है। अगर किडनी की समस्या है और पोटैशियम की मात्रा सीमित करने की सलाह दी गई है, तो रतालू से बचें।

ज्यादा मोटापा या वजन बढ़ाने की समस्या वाले लोग: क्योंकि इसमें स्टार्च और कैलोरी होती है, अतः वजन नियंत्रित करने वाले लोग इसे संतुलित मात्रा में ही खाएं।
अत्यधिक ठंड लगने वाले लोग: आयुर्वेद के अनुसार, रतालू ठंडी प्रकृति की होती है। जिनको ठंड से ज्यादा परेशानी होती है, उन्हें इसे थोड़ी मात्रा में और गर्म मसालों के साथ खाना चाहिए।

