पुरानी से पुरानी चोट भी खड़ी कर सकती है नई मुसीबत, सिर के दर्द को बिल्कुल न करें इग्नोर
punjabkesari.in Tuesday, Sep 02, 2025 - 11:51 AM (IST)

नारी डेस्क: कई बार हम सिर पर लगी चोट को मामूली समझकर इसे नजरअंदाज कर देते हैं। अगर चोट लगने के सालों बाद भी सिर में लगातार दर्द रहता है या फिर बोलने और सुनने में परेशानी हो रही है, तो उसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है। इसलिए चोट लगने पर सतर्क रहना और समय पर इलाज कराना बहुत जरूरी है। चलिए समझते हैं कैसे।
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सिर की चोट से बढ़ सकता है ब्रेन कैंसर का खतरा
हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक नई रिसर्च में पाया कि जिन लोगों को सिर पर चोट (head injury) लगती है, उनमें आगे चलकर ब्रेन ट्यूमर या ब्रेन कैंसर होने का खतरा ज़्यादा हो सकता है। दरअसल जब सिर पर गंभीर चोट लगती है, तो दिमाग की कोशिकाएं(brain cells) क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इन चोटिल कोशिकाओं में बाद में जेनेटिक बदलाव (genetic mutations) होने लगते हैं। यही बदलाव लंबे समय में ट्यूमर बनने और कैंसर में बदलने का कारण बन सकते हैं।
इन लोगाें को ज्यादा खतरा
रिसर्च में पाया गया कि मस्तिष्क के टीशूज की सूजन के साथ मिलकर काम करने वाले अनुवांशिक म्यूटेशन कोशिकाओं के व्यवहार को बदल देते हैं, जिससे कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। बार-बार सिर पर चोट लगने वाले लोग जैसे खिलाड़ी, बॉक्सर को ज्यादा खतरा रहता है। दुर्घटना या गिरने से गंभीर head injury वाले मरीजों को भी सतर्क रहने की जररूत है। रिसर्च में बताया गया है कि एक युवा मस्तिष्क में बेसल सूजन कम होती है. यही कारण होता है कि दिमाग में गंभीर चोट के बावजूद भी म्यूटेशन एक सीमा में ही रहता है लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है सूजन पूरे दिमाग में बढ़ जाता है.
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इस तरह करें अपना बचाव
-बाइक/स्कूटर चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनें।
-खेलते समय सेफ्टी गियर का इस्तेमाल करें।
-चोट लगने पर उसे हल्के में न लें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और स्कैन कराएं।
-दिमागी चोट के बाद लंबे समय तक मॉनिटरिंग जरूरी है।