वैज्ञानिकों की चेतावनी: कोरोना से भी खतरनाक यह वायरस, इन 10 लक्षणों पर रखें पैनी नज़र

punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 02:23 PM (IST)

नारी डेस्क:  हाल ही में H5N5 बर्ड फ्लू वायरस से अमेरिका के वॉशिंगटन स्टेट में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हुई है। यह पहला मामला है जब इस वायरस के स्ट्रेन से किसी इंसान की मौत हुई है। वैज्ञानिक इस मामले को लेकर चिंतित हैं, लेकिन वे बताते हैं कि फिलहाल आम जनता के लिए घबराने की कोई वजह नहीं है।

H5N5 वायरस क्या है?

H5N5 बर्ड फ्लू वायरस आम तौर पर पक्षियों में पाया जाता है। यह इंसानों में बहुत कम ही फैलता है और ज्यादातर मामले उन लोगों में देखे गए हैं जो पोल्ट्री फार्म या घर में पाले गए पक्षियों के संपर्क में आते हैं। अमेरिका में अब तक इंसानों में संक्रमण कम दर्ज हुआ है और इंसान से इंसान में फैलने का कोई मामला सामने नहीं आया है।

H5N5 और H5N1 में अंतर

H5N5 और H5N1 दोनों वायरस में ‘H5’ प्रोटीन तो समान है, लेकिन ‘N’ प्रोटीन अलग है। इसी कारण वैज्ञानिक इन्हें अलग वायरस प्रकार मानते हैं। H5N1 अब भी पक्षियों में बड़े पैमाने पर फैल रहा है, जबकि H5N5 अब तक इंसानों में सीमित ही देखा गया है।

वैज्ञानिकों की राय

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस मौत से डरने की जरूरत नहीं है। रिचर्ड वेबी जैसे एक्सपर्ट्स बताते हैं कि फिलहाल H5N5 ज्यादा खतरनाक नहीं है और इसकी महामारी फैलाने की क्षमता भी कम है। H5N5 वायरस कनाडा के पूर्वी क्षेत्रों में पहले से मौजूद था और इंसानों में मिले वायरस का जीन उसी से मेल खाता है। इसका मतलब है कि यह वायरस अचानक इंसानों में नया रूप नहीं लेकर आया।

H5N5 वायरस के लक्षण

H5N5 के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं

अचानक तेज बुखार

खांसी

गले में दर्द

सांस लेने में कठिनाई

थकान और कमजोरी

मांसपेशियों में दर्द

कभी-कभी उल्टी या दस्त

आंखों में लालपन या संक्रमण

गंभीर मामलों में निमोनिया

सांस फूलना या जीवन को खतरा

कुछ लोगों में ये लक्षण हल्के या बिल्कुल नहीं भी दिख सकते हैं।

कैसे रहें सुरक्षित?

विशेषज्ञों ने H5N5 वायरस से बचाव के लिए ये सावधानियां बताई हैं

घरेलू पक्षियों को जंगली पक्षियों से दूर रखें। पक्षियों की देखभाल करते समय अलग कपड़े और जूते पहनें। कोठा साफ करते समय मास्क और गॉगल्स का उपयोग करें।

मुर्गियों, अंडों या कोठे को छूने के बाद हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।

मरे हुए जानवरों से दूर रहें।

यदि कोई जंगली पक्षी अजीब व्यवहार कर रहा हो तो उसके पास न जाएं।

छह महीने से अधिक उम्र के सभी लोगों को सीजनल फ्लू वैक्सीन लगवाएं। यह बर्ड फ्लू की सुरक्षा नहीं देती, लेकिन एक साथ फ्लू और बर्ड फ्लू होने के खतरे को कम करती है।

H5N5 बर्ड फ्लू वायरस इंसानों में अभी तक सीमित है। लेकिन पोल्ट्री और पक्षियों के संपर्क में आने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। हाथों की सफाई, मास्क, दस्ताने और सुरक्षित दूरी बनाए रखना इस समय सबसे महत्वपूर्ण कदम हैं। विशेषज्ञ इस वायरस की लगातार निगरानी कर रहे हैं और समय रहते किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने की तैयारी है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं माना जा सकता। किसी भी स्वास्थ्य समस्या में हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।  


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Content Editor

Priya Yadav

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