लगातार सर्दी-जुकाम और सिरदर्द, यहीं खतरनाक Virus की निशानी, इसे इग्नोर ना करें
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 08:24 PM (IST)

नारी डेस्कः भारत में एक बार फिर से मौसमी फ्लू ने चिंता बढ़ा दी है। इस बार मामला H3N2 वायरस का है जो तेजी से फैल रहा है और बच्चों व बुजुर्गों के लिए खासतौर पर खतरनाक साबित हो सकता है। यह वायरस इन्फ्लुएंजा वायरस की ही एक सब-टाइप है, जो सर्दी-जुकाम जैसे हल्के लक्षणों से शुरू होकर गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। अगर समय रहते सावधानी न बरती जाए तो यह अस्पताल तक पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण, बचाव और भारत में कहां-कहां इसके मामले सामने आ रहे हैं।
H3N2 वायरस के लक्षण
लगातार खांसी और जुकाम
तेज बुखार आना
गले में खराश और दर्द
थकान और कमजोरी महसूस होना
सांस लेने में दिक्कत (गंभीर मामलों में)
सिरदर्द और शरीर में दर्द
भूख न लगना
H3N2 वायरस के कारण
यह इन्फ्लुएंजा A वायरस का सब-टाइप है।
खांसने या छींकने से निकली संक्रमित बूंदों (Droplets) के जरिए फैलता है।
संक्रमित सतह को छूने और फिर आंख, नाक या मुंह छूने से संक्रमण हो सकता है।
कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को जल्दी शिकार बनाता है।
भारत के किन राज्यों में फैला है H3N2 वायरस?
H3N2 के मामले सबसे ज्यादा दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर भारत और पश्चिम भारत में इसके केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
H3N2 वायरस से बचाव के उपाय
भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
खांसते या छींकते समय मुंह ढकें।
बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।
संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लेकर इम्यूनिटी मजबूत करें।
गुनगुना पानी पीते रहें।
अगर बुखार 2–3 दिन से ज्यादा रहे तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
H3N2 कितना खतरनाक है?
यह वायरस सामान्य सर्दी-जुकाम जैसा लगता है लेकिन तेजी से फेफड़ों को प्रभावित करता है।
बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
समय पर इलाज न मिलने पर निमोनिया और सांस की गंभीर समस्या हो सकती है।
याद रखें ये बाते
यह वायरस मौसमी फ्लू की तरह है लेकिन इसकी गंभीरता को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है। समय पर सतर्कता और सही इलाज से इससे बचाव पूरी तरह संभव है।