जल्द सस्ता होगा सोना, 30-45% तक गिर सकती है कीमत!
punjabkesari.in Sunday, Oct 12, 2025 - 04:21 PM (IST)
नारी डेस्क : सोने और चांदी की कीमतों में इस साल रिकॉर्ड तोड़ तेजी देखने को मिली है, जिससे आम उपभोक्ता की जेब पर भारी बोझ पड़ रहा है। दिसंबर 2024 में जहां सोना ₹76,162 प्रति 10 ग्राम बिक रहा था, वहीं अब यह ₹1,21,525 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है। इसी तरह चांदी की कीमत भी ₹1,64,500 प्रति किलोग्राम के उच्च स्तर को छू चुकी है। त्योहारी सीजन जैसे धनतेरस और दिवाली में सोने की खरीदारी एक परंपरा मानी जाती है, लेकिन मौजूदा दामों के चलते यह आम लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही है।
क्यों बढ़ीं सोने की कीमतें?
विशेषज्ञों के अनुसार, इस उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण जिम्मेदार हैं।
जियोपॉलिटिकल टेंशन: मिडिल ईस्ट में बढ़ता तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर के चलते सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है।
सेंट्रल बैंकों की खरीदारी: दुनियाभर के सेंट्रल बैंक डॉलर पर निर्भरता घटाने के लिए लगातार सोना खरीद रहे हैं।
त्योहारी मांग: भारत में फेस्टिव सीजन के दौरान सोने की खरीदारी परंपरागत रूप से बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं।

क्या आने वाली है बड़ी गिरावट?
PACE 360 के फाउंडर और चीफ ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट अमित गोयल का कहना है कि मौजूदा तेजी ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी। सोने और चांदी की मौजूदा कीमतें उनकी वास्तविक वैल्यू से काफी ऊपर हैं। अब मार्केट में सुधार यानी करेक्शन फेज शुरू हो सकता है। उन्होंने बताया कि इससे पहले 2011, 2020 और 2022 में भी ऐसा ही देखा गया था, जब ऊंचे स्तर से अचानक सोने की कीमतों में भारी गिरावट आई थी।
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30-45% तक सस्ता हो सकता है सोना
आने वाले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतों में 30 से 35% तक की गिरावट आ सकती है। यदि 2008 या 2011 जैसी आर्थिक परिस्थितियां बनती हैं, तो यह गिरावट 45% तक भी जा सकती है। इस स्थिति में सोना ₹1,22,000 प्रति 10 ग्राम से गिरकर लगभग ₹77,700 प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है।

किन परिस्थितियों में आएगी गिरावट?
अगर इजराइल-हमास युद्ध में सीजफायर होता है।
मिडिल ईस्ट में स्थिरता लौटती है।
अमेरिका में चल रहा गवर्नमेंट शटडाउन खत्म हो जाता है।
इतिहास बताता है कि जब अमेरिका में 2013 और 2019 में शटडाउन समाप्त हुए थे, तो सोने की कीमतों में लगभग 2-3% की गिरावट दर्ज की गई थी।

निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सोना सस्ता होता है, तो यह निवेशकों के लिए नए अवसर लेकर आएगा। जो लोग अब तक ऊंचे दामों के कारण खरीदारी नहीं कर पाए, वे आने वाले महीनों में सही समय पर निवेश कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं।
अभी भले ही सोना अपने उच्चतम स्तर पर है, लेकिन विशेषज्ञों का संकेत है कि आने वाले समय में इसमें 30-45% तक की गिरावट संभव है। ऐसे में सावधानीपूर्वक निवेश करने वालों के लिए यह गोल्डन चांस साबित हो सकता है।

