स्टील के बर्तन में न डालें ये फूड्स, वरना बन जाएगा जहर, स्वाद के साथ सेहत की भी होगी खराब
punjabkesari.in Sunday, Sep 21, 2025 - 03:17 PM (IST)

नारी डेस्क: हमारे घरों में स्टील के बर्तन सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। ये टिकाऊ होते हैं, आसानी से साफ हो जाते हैं और लंबे समय तक चलते भी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ खाने-पीने की चीजें ऐसी भी होती हैं जिन्हें स्टील के बर्तनों में रखना सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है? दरअसल, इन फूड्स में मौजूद तत्व स्टील के साथ रिएक्ट करके हानिकारक यौगिक बना सकते हैं। नतीजा यह होता है कि खाने का स्वाद खराब हो जाता है और सेहत पर बुरा असर पड़ता है। कई बार यह असर इतना खतरनाक हो सकता है कि फूड पॉइजनिंग और गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। आइए जानते हैं, किन 5 चीजों को कभी भी स्टील के बर्तनों में नहीं रखना चाहिए।
नमक और अचार
नमक और अचार को कभी भी स्टील के बर्तनों में स्टोर नहीं करना चाहिए। इसमें मौजूद एसिडिक तत्व और तेल स्टील के साथ जल्दी प्रतिक्रिया कर लेते हैं। लंबे समय तक इन्हें स्टील में रखने से बर्तन की परत घिसने लगती है और उसमें से निकलने वाले छोटे-छोटे कण खाने में मिल जाते हैं। यही वजह है कि अचार अक्सर कांच या सिरेमिक जार में ही स्टोर करने की सलाह दी जाती है। अगर गलती से आपने अचार स्टील में रख दिया, तो वह जल्दी खराब हो जाएगा और उसका स्वाद भी बिगड़ सकता है। नमक भी नमी खींचकर स्टील को खराब कर देता है।
दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स
दूध, दही, पनीर और छाछ जैसी चीजों में लैक्टिक एसिड पाया जाता है। जब यह एसिड स्टील के संपर्क में आता है तो रासायनिक प्रतिक्रिया करता है। इसका असर सीधे दूध के स्वाद और क्वालिटी पर पड़ता है। लंबे समय तक दूध को स्टील में रखने से यह खट्टा हो सकता है और पेट खराब करने तक की नौबत आ सकती है। यही कारण है कि दूध को उबालने के लिए स्टील का बर्तन इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन स्टोर करने के लिए हमेशा कांच, मिट्टी या फूड-ग्रेड प्लास्टिक कंटेनर ही बेहतर होते हैं।
नींबू और टमाटर जैसी खट्टी चीजें
नींबू और टमाटर जैसे खट्टे फूड्स में साइट्रिक एसिड की मात्रा अधिक होती है। अगर इन्हें लंबे समय तक स्टील के बर्तनों में रखा जाए तो यह स्टील के साथ मिलकर जहरीले तत्व बना सकते हैं। नतीजतन, खाना कड़वा और कसैला हो जाता है और शरीर में एसिडिटी बढ़ जाती है। टमाटर की ग्रेवी या नींबू का रस स्टील में रखने पर ना केवल स्वाद बिगड़ता है बल्कि पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, जलन और अपच भी हो सकती हैं।
जूस और हेल्दी ड्रिंक्स
ताजा निकाला हुआ जूस अगर स्टील में रखा जाए तो उसका पोषण कम हो जाता है। खासतौर पर संतरे, मौसमी, अनार या नींबू जैसे जूस में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये स्टील के संपर्क में आकर धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं। यही कारण है कि ज्यूस को हमेशा कांच की बोतल, सिरेमिक या मिट्टी के बर्तनों में ही स्टोर करना चाहिए। अगर आप हेल्दी ड्रिंक्स जैसे ग्रीन टी या हर्बल जूस स्टील में रखते हैं, तो उनका असर काफी हद तक कम हो जाता है।
हल्दी वाला दूध और हर्बल ड्रिंक्स
हल्दी वाला दूध सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, लेकिन अगर आप इसे स्टील के गिलास में रखते हैं तो इसके गुण खत्म हो सकते हैं। दरअसल, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन स्टील के संपर्क में आकर अपनी क्षमता खो देता है। यही वजह है कि दादी-नानी हमेशा हल्दी वाला दूध पीतल या कांसे के गिलास में पीने की सलाह देती थीं। इसी तरह हर्बल ड्रिंक्स और काढ़ा भी स्टील के बर्तनों में रखने से अपना असर खो सकते हैं।
हर बर्तन हर फूड के लिए सही नहीं होता। स्टील के बर्तन जरूर मजबूत और टिकाऊ होते हैं, लेकिन हर चीज़ इसमें रखना सुरक्षित नहीं है। अगर आप अपनी सेहत को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो नमक, अचार, दूध, दही, नींबू, टमाटर, जूस और हल्दी वाले दूध जैसी चीजों को कभी भी स्टील के बर्तनों में न रखें। इन चीजों को स्टोर करने के लिए हमेशा कांच, सिरेमिक, मिट्टी या फूड-ग्रेड प्लास्टिक कंटेनर का इस्तेमाल करना ही सही है।