Liver सड़ जाएगा और खाना पचना हो जाएगा बिलकुल बंद, ये 6 ज़हरीले चीजें तुरंत निकालें!

punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 05:22 PM (IST)

 नारी डेस्क: लिवर हमारे शरीर का सबसे अहम अंग है, जो खून को साफ करने, विषैले पदार्थों को छानने और पाचन को सही बनाए रखने का काम करता है। लेकिन अगर लिवर पर ज्यादा बोझ पड़ जाए, तो यह धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है और टॉक्सिन्स (जहरीले तत्व) इसमें जमा होने लगते हैं। नतीजा यह होता है कि खाना सही से पचना बंद हो सकता है, लिवर डैमेज होने लगता है और शरीर में कई बीमारियां जन्म लेने लगती हैं। आइए जानते हैं लिवर में कौन-कौन से जहरीले तत्व जमा होते हैं और उन्हें कैसे बाहर निकाला जा सकता है।

शराब और एसिटैल्डिहाइड

जब हम शराब पीते हैं तो लिवर इसे एसिटैल्डिहाइड नामक जहरीले पदार्थ में बदल देता है। यह केमिकल लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। लंबे समय तक शराब का सेवन करने से लिवर में सूजन, फैटी लीवर और अंत में सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। यही वजह है कि शराब लिवर को सबसे ज्यादा डैमेज करने वाला तत्व माना जाता है।

अमृतसर में बड़ा हादसा, जहरीली शराब पीते ही 14 लोगों की हुई मौत, 6 अस्पताल में भर्ती

एक्स्ट्रा फैट (चर्बी)

तेल, तली-भुनी चीजें, मीठा और मैदा लिवर में चर्बी जमा कर देते हैं। यह चर्बी धीरे-धीरे फैटी लीवर डिजीज का कारण बनती है। जब लिवर में ज्यादा फैट जमा हो जाता है, तो उसका डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस धीमा पड़ जाता है और शरीर में गंदगी जमने लगती है। लंबे समय तक यह स्कारिंग (फाइब्रोसिस) और लिवर फेलियर तक का कारण बन सकता है।

भारी धातुएं (Heavy Metals)

सीसा, पारा और आर्सेनिक जैसी धातुएं अगर खाने, पानी या प्रदूषण के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाएं तो यह सीधे लिवर में जमा हो जाती हैं। ये धातुएं लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा करती हैं और लंबे समय में लिवर को कमजोर कर देती हैं। प्रोसेस्ड फूड, प्लास्टिक के कंटेनर, कीटनाशक और प्रदूषण से शरीर में कई तरह के जहरीले रसायन जाते हैं। ये धीरे-धीरे लिवर में जमा होते रहते हैं और उसके सामान्य मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ देते हैं। लंबे समय तक इनका असर रहने पर लिवर डिजीज और कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है।

दवाइयों का बोझ

कुछ दवाएं जैसे पेरासिटामोल, पेनकिलर या स्टेरॉयड, अगर लंबे समय तक ली जाएं तो लिवर पर ज्यादा दबाव डालती हैं। लिवर इन दवाओं को मेटाबॉलाइज करने में मेहनत करता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने पर यह डैमेज हो सकता है। कई बार डॉक्टर की बिना सलाह दवाइयां लेना भी लिवर के लिए खतरनाक साबित होता है।

PunjabKesari

अधिक बिलीरुबिन

बिलीरुबिन लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने के बाद बनने वाला एक बाय-प्रोडक्ट है। सामान्य मात्रा में यह शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन अगर यह ज्यादा बनने लगे तो लिवर का कामकाज बाधित हो जाता है। इससे जॉन्डिस (पीलिया) जैसी गंभीर समस्या पैदा होती है और लिवर पर दबाव बढ़ जाता है।

लिवर से टॉक्सिन्स कैसे निकालें?

 लिवर को डिटॉक्स करना आसान है, बस सही लाइफस्टाइल और खानपान अपनाना जरूरी है। पानी ज्यादा पिएं पर्याप्त पानी पीने से टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाते हैं। लहसुन और हल्दी खाएं यह नेचुरल डिटॉक्स एजेंट हैं जो लिवर को मजबूत बनाते हैं। हरी सब्जियां और फल खाएं ब्रोकली, फूलगोभी, चुकंदर, गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियां लिवर की सफाई में मदद करती हैं। शराब और तली-भुनी चीजें छोड़ें: यह लिवर पर अनावश्यक बोझ डालते हैं। रोजाना एक्सरसाइज करें एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और लिवर में जमी चर्बी कम होती है। वजन कंट्रोल रखें मोटापा फैटी लीवर का सबसे बड़ा कारण है।

अगर इन आदतों को अपनाया जाए तो लिवर स्वस्थ रहेगा और शरीर लंबे समय तक एनर्जी और डिटॉक्सिफिकेशन की क्षमता बनाए रखेगा।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static