शुक्रवार को करें ये उपाय, आर्थिक परेशानी होगी दूर
punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 05:48 PM (IST)
जीवन में सुख, समृद्धि व धन की कामना भला कौन नहीं करता है। मगर बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो कड़ी मेहनत करने के बाद भी आर्थिक परेशानी का सामना करते हैं। ऐसे में कुछ उपायों को करके धन की देवी को प्रसन्न किया जा सकता है। वास्तु और ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी का माना जाता है। ऐसे में शुक्रवार के दिन कामों को करने से देवी लक्ष्मी की कृपा होती हौ। जीवन में चल रही परेशानियां दूर हो घर में देवी लक्ष्मी का आगमन होता है। तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में...
मां लक्ष्मी और श्रीहरि की करें स्तुति
शुक्रवार की सुबह स्नान कर साफ कपड़े पहनकर किसी मंदिर या अपने पूजा घर में देवी लक्ष्मी और विष्णु जी की तस्वीर या मूर्ति के आगे घी कादीपक जलाएं। फिर उनकी स्तुति करें। इसके साथ ही भगवान श्रीविष्णु जी नामों का जाप करेें ऐसा करने से देवी लक्ष्मी की जल्दी ही कृपा होती है।
दान करें
देवी लक्ष्मी के दिन यानि शुक्रवार को गरीबों या जरूरतमंदों को दान देने से मां लक्ष्मी की असीम कृपा मिलती है। ऐेेसे में इस दिन किसी सफेद रंग सकी चीज जैसे कि कपड़ा, सफेद चंदन, चावल, खीर. मिश्ररी, दूध, दही आदि का दान करना बेहद शुभफलदाई होता है।
सुहागिन महिलाओं को भोजन करवाएं
इस दिन सुहागिन स्त्रियों को भोजन करवाने के साथ उन्हें सुहाग का सामान जैसे कि- बिंदी, चूड़ियां, सिंदुर, लाल साड़ी आदि देने से पति की उम्र लंबी होती है। साथ ही देवी लक्ष्मी खुश होती है। इसके साथ ही देवी लक्ष्मी के व्रत रखकर विवाहितों को भोजन करवाना बेहद लाभकारी होता है।
लाल रंग के कपड़े पहनें
धन की देवी लक्ष्मी को लाल रंग अति प्रिय होने से इस दिन इस रंग के कपड़े पहनने चाहिए। साथ ही देवी मां के किसी मंदिर में जाकर लाल रंग के फूलों से उनकी पूजा- अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से धन से जुड़ी परेशानियां दूर हो आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
देवी मां के मंत्र का करें जाप
देवी मां के दिन में उनकी कृपा पाने के लिए ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै श्रीं श्रीं ॐ नम: मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे कारोबार और बिजनेस में लाभ होने के साथ तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
सफेद और दूध की मिठाई का लगाएं भोग
देवी मां को सफेद रंग प्रिय होने से उन्हें इसी रंग की मिठाई की दूध से बनी मिठाई का भोग लगाने चाहिए।