पाकिस्तान में हिंदू बेटी की उड़ान, बलूचिस्तान की पहली हिंदू महिला अफसर बनीं कशिश

punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 06:01 PM (IST)

नारी डेस्क: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक हिंदू लड़की ने ऐसा काम कर दिखाया है जो पूरे देश के लिए गर्व की बात बन गया है। 25 साल की कशिश चौधरी को सहायक आयुक्त (Assistant Commissioner) के पद पर नियुक्त किया गया है। वह इस पद तक पहुंचने वाली बलूचिस्तान की पहली हिंदू महिला बन गई हैं। यही नहीं, वह अल्पसंख्यक समुदाय की भी पहली महिला हैं जिन्हें इस पद पर चुना गया है। यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब बलूचिस्तान में अलगाववादी गतिविधियां और सशस्त्र आंदोलन तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे माहौल में किसी अल्पसंख्यक महिला का इस तरह की जिम्मेदारी संभालना काफी साहसी और प्रेरणादायक है।

मुख्यमंत्री से की मुलाकात, किया समाज सेवा का वादा

कशिश चौधरी ने सोमवार को अपने पिता गिरधारी लाल के साथ क्वेटा में बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान कशिश ने कहा कि वह महिलाओं और अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण के लिए काम करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह पूरे प्रांत के विकास में अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाएंगी।

पिता को बेटी पर गर्व, बताया मेहनती और समर्पित

कशिश के पिता गिरधारी लाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा,“यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मेरी बेटी ने कड़ी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है। वह हमेशा से पढ़ाई करने और महिलाओं के लिए कुछ करने का सपना देखती थी।” उनके इस बयान से यह साफ जाहिर होता है कि कशिश को अपने परिवार से भी पूरा समर्थन मिला और उन्होंने इस सपोर्ट को अपनी ताकत बना लिया।

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कौन हैं कशिश चौधरी? जानिए उनकी कहानी

कशिश चौधरी बलूचिस्तान के चगाई जिले के नोश्की कस्बे से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने बलूचिस्तान लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास की है। कशिश के पिता मध्यम वर्गीय व्यापारी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कशिश ने तीन साल तक लगातार मेहनत कर इस कठिन परीक्षा में सफलता पाई। उनकी यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्रेरणा है।

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मुख्यमंत्री बुगती ने दी बधाई, बताया बलूचिस्तान का गर्व

बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने कशिश की नियुक्ति को पूरे प्रांत और देश के लिए गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा,“अल्पसंख्यक समुदाय के लोग अपनी मेहनत और लगन से आज अहम पदों तक पहुंच रहे हैं। कशिश चौधरी बलूचिस्तान और पूरे पाकिस्तान के लिए गर्व का प्रतीक हैं।” इस सराहना से साफ है कि कशिश को सिर्फ अपने परिवार और समुदाय से ही नहीं, बल्कि सरकार से भी समर्थन और पहचान मिल रही है।

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पाकिस्तान में हिंदू महिलाएं बदल रही हैं तस्वीर

पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान की हिंदू महिलाएं अपनी मेहनत और लगन से ऐसी कामयाबी हासिल कर रही हैं, जो पहले मुमकिन नहीं मानी जाती थी। इन महिलाओं ने न सिर्फ सामाजिक और धार्मिक चुनौतियों को पार किया है, बल्कि पुरुष-प्रधान क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाई है।

पुष्पा कुमारी कोहली, जो कराची की पहली हिंदू महिला सब-इंस्पेक्टर बनी थीं, उन्होंने कहा,“हिंदू महिलाओं में टॉप पर पहुंचने की काबिलियत और समझदारी है। मैंने सिंध पुलिस की लोक सेवा परीक्षा पास की है। अब और भी कई हिंदू लड़कियां आगे आ रही हैं जो पढ़ाई कर रही हैं और कुछ बनने का सपना देख रही हैं।”

कशिश चौधरी की यह सफलता सिर्फ एक पद की नहीं, बल्कि सपनों की उड़ान और बदलाव की शुरुआत है। उन्होंने साबित कर दिया कि अगर जज्बा हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी सामाजिक या धार्मिक बाधा हमें रोक नहीं सकती।


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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