हैवानियत की हदें पार! बेटी को दिया जन्म तो नाराज पिता और दादी ने घोंट डाला बच्ची का गला
punjabkesari.in Tuesday, Dec 22, 2020 - 12:19 PM (IST)
भले ही भारत देश कितना ही तरक्की क्यों ना कर लें लेकिन यहां आज भी कुछ लोग दकयानुसी सोच को लेकर बैठे हैं। अब वंश बढ़ाने की ही बात को देख ले... आज भी कई लोगों को लगता है कि वंश सिर्फ लड़के ही बढ़ा सकते हैं लड़कियां नहीं। यही नहीं, लोगों की इस गंदी सोच के चलते कई नवजात कन्याओं को कभी भ्रूण तो कभी दुनिया में आने के बाद बेरहमी से मार दिया जाता है।
हाल ही में पिता और दादी की इस सोच के चलते एक मां का आंचल और कोख दोनों खाली हो गए। इसे खाली करने का गुनाह भी किसी और ने नहीं बल्कि उन्होंने किया जिनके साए में बेटियां पलती-बढ़ती हैं। झारखंड में चतरा के खैरा गांव में रहने वाले हेमराज और उनकी मां मालवा देवी यानि बच्ची की दादी ने 2 माह की नवजात बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी।
बच्ची का नाम लक्ष्मी था। बच्ची की मां गायत्री देवी का कहना है कि उनपर उनके पति व सास बार-बार बच्ची को मारने का दबाव बना रहे थे। जब वह बेटी को धूप में लिटाकर शौच के लिए बाहर गई थी तभी उनके पति व सास ने इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया। गायत्री ने कहा कि वह बेटी के जन्म से ही वह दोनों नाराज थे और उसे प्रताड़ित भी कर रहे थे। लड़की को जन्म देने के लिए उन्हें अक्सर ताने दिए जाते थे।
चतरा के पत्थलगड़ा थाना के रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने पिता हेमराज और दादी मालवा देवी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल भेजा गया है। वहीं मामले में आरोपी पाए गए पिता व दादी दोनों को जेल भेज दिया गया है।
कहीं, गर्भ में ही बेटी को मार दिया जाता है तो कहीं जन्म के बाद। वहीं, कुछ लोग तो बच्ची के जन्म के बाद उन्हें कूड़े के ढेर में मरने के लिए छोड़ जाते हैं। आखिर बेटी होने की इतनी बड़ी सजा क्यों? भारत में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार चाहे कितने भी कानून क्यों ना बना ले लेकिन ऐसी घटनाएं तब तक नहीं रूकेंगी जब तक लोगों की ये दकयानूसी सोच ना बदल जाए।