कनाडा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में फेंके गए अंडे, इस घटिया हरकत की वीडियो आई सामने
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 04:21 PM (IST)

नारी डेस्क: टोरंटो में रथ यात्रा जुलूस में उस समय तनाव पैदा हो गया जब अज्ञात लोगों ने श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके। इससे आक्रोश की लहर फैल गई और नस्लवाद व विदेशी द्वेष के आरोप लगने लगे। यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो अपलोड किया जिसमें श्रद्धालु टोरंटो की सड़कों पर भक्ति गीत गाते और कीर्तन करते दिखाई दे रहे थे, तभी पास की एक इमारत से किसी ने उन पर अंडे फेंके।
People throwing eggs at the ISKCON Rath Yatra in 🇨🇦 pic.twitter.com/nLsSKeOpC0
— Journalist V (@OnTheNewsBeat) July 13, 2025
इंस्टाग्राम यूजर संगना बजाज ने वीडियो शेयर कर कहा- "पास की एक इमारत से किसी ने हम पर अंडे फेंके... क्यों? क्योंकि आस्था शोर मचाती है? क्योंकि खुशी अपरिचित लग रही थी? हम रुके नहीं। क्योंकि जब भगवान जगन्नाथ सड़कों पर होते हैं, तो कोई भी नफ़रत हमें हिला नहीं सकती।" टोरंटो में रहने वाली इस एनआरआई ने कहा- "हम स्तब्ध थे। आहत थे। लेकिन हम रुके नहीं, क्योंकि नफ़रत कभी आस्था पर हावी नहीं हो सकती।"
भारत सरकार ने इस मुद्दे को कनाडा के समक्ष उठाया है और इस कृत्य के दोषियों को जवाबदेह ठहराने का अनुरोध किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस घटना पर बोलते हुए इसे "घृणित" और "अफ़सोसजनक" बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा- "हमने टोरंटो में रथ यात्रा जुलूस के दौरान शरारती तत्वों द्वारा उत्पन्न व्यवधान की रिपोर्ट देखी है। इस तरह की घृणित हरकतें खेदजनक हैं और इस उत्सव की भावना के विरुद्ध हैं, जिसका उद्देश्य एकता, समावेशिता और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना है।"
इससे पहले, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने एक्स पर घटना की तस्वीरें साझा कीं और विदेश मंत्रालय से कड़ा विरोध दर्ज कराने का आग्रह किया। उन्होंने एक्स पर लिखा- "कनाडा के टोरंटो में रथयात्रा समारोह के दौरान श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके जाने की खबरों से बेहद व्यथित हूं। ऐसी घटनाओं से न केवल दुनिया भर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है, बल्कि ओडिशा के लोगों को भी गहरा दुःख होता है, जिनके लिए यह त्योहार गहरा भावनात्मक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।" पटनायक ने राज्य और केंद्र सरकारों से इस मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।