शनि जयंती पर करें ये 5 उपाय, मिलेगी साढ़ेसाती-ढैय्या से राहत होगी शनिदेव की कृपा
punjabkesari.in Monday, May 26, 2025 - 05:58 PM (IST)

नारी डेस्क: शनि जयंती इस बार 27 मई, मंगलवार को मनाई जाएगी। यह दिन बहुत खास होता है क्योंकि इसी दिन ज्येष्ठ अमावस्या पर शनिदेव का अवतरण हुआ था। शनिदेव को कर्म और न्याय का देवता माना जाता है। अगर शनिदेव प्रसन्न हो जाएं तो कोई भी अनिष्ट नहीं होता। इस बार शनि जयंती सोमवार के दिन पड़ रही है और यह और भी खास हो जाता है क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। शनिदेव भी शिवजी के परम भक्त हैं और उन्हें बहुत सम्मान देते हैं।
क्यों खास है पीपल का पेड़ शनि जयंती पर?
हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को बहुत पवित्र माना गया है। माना जाता है कि शनिदेव का वास पीपल की जड़ों में होता है। इस कारण शनि जयंती पर पीपल से जुड़े कुछ उपाय करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह उपाय शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या, पितृ दोष और धन-संकट से राहत दिलाने में भी मदद करते हैं।
पीपल की जड़ में चढ़ाएं जल और करें मंत्र जाप
शनि जयंती के दिन सुबह स्नान ध्यान करने के बाद पीपल के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध, गंगाजल और साफ पानी चढ़ाएं। इस दौरान 11 बार “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें। इस उपाय से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या में राहत मिलती है। फिलहाल जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है मेष, कुंभ, मीन. और ढैय्या जिन पर चल रही है सिंह, धनु
सरसों के तेल का दीपक जलाएं
शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाएं। दीये में काले तिल और एक रुपये का सिक्का जरूर डालें। इसके बाद पीपल की 7 बार परिक्रमा करें। इस उपाय से जीवन की नकारात्मकता दूर होती है और विरोधियों पर विजय प्राप्त होती है।
ये भी पढ़े: क्या आपके रिश्ते में आ रही है दरार? जानिए कौन सा ग्रह कर रहा है आपकी लव लाइफ बर्बाद
करें 108 बार पीपल की परिक्रमा
अगर आपकी कुंडली में शनि दोष, महादशा, अंतर्दशा या प्रतिकूल शनि है, तो इस दिन पीपल की 108 बार परिक्रमा करें। हर परिक्रमा के साथ “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें। इससे शनि दोष शांत होते हैं और आयु व सेहत में वृद्धि होती है।
पीपल के पत्ते पर लिखें मंत्र
पीपल के 11 पत्तों पर हल्दी से “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र लिखें और इन पत्तों को पीपल की जड़ में अर्पित करें। माना जाता है कि इससे रुके हुए काम बनने लगते हैं और धन की समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही, पीपल के नीचे बैठकर 7 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से भय, दुर्घटना और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है।
पितृ दोष शांति के लिए तिल और गुड़ का उपाय
अगर आप पितृ दोष से परेशान हैं, तो शनि जयंती के दिन पीपल की जड़ में तिल, गुड़, और 1 रुपये का सिक्का अर्पित करें। इसके साथ 11 बार “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” मंत्र का जप करें। इसके बाद पीपल के तने पर रक्षा सूत्र या मौली बांधें। इससे पितृ दोष शांत होता है और कर्मों का अच्छा फल मिलता है।
शनि जयंती पर पीपल से जुड़े ये उपाय करने से न केवल शनिदेव की कृपा मिलती है, बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी आती है।