दशहरा के दिन रावण दहन की लकड़ी से करें ये टोटके, हो जायेगें खुशहाल और मालामाल
punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2024 - 05:12 PM (IST)
नारी डेस्क: दशहरा के अवसर पर रावण के पुतले का दहन एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, रावण दहन के बाद बची हुई लकड़ी को घर लाना शुभ माना जाता है। इसे वास्तु और धार्मिक दृष्टि से लाभकारी माना जाता है। यह लकड़ी न केवल एक धार्मिक प्रतीक के रूप में देखी जाती है, बल्कि इससे जुड़े कुछ वास्तु उपाय भी लाभदायक माने जाते हैं।
रावण दहन की लकड़ी का महत्व
रावण का पुतला बुराई का प्रतीक है, और उसके जलने के बाद बची लकड़ी को घर लाने से माना जाता है कि घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। यह लकड़ी घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का संचार करती है। यह लकड़ी अच्छाई और सत्य के प्रतीक के रूप में मानी जाती है। इसे घर में रखने से जीवन में अच्छाई, सद्भावना, और समृद्धि का प्रवाह बढ़ता है।
रावण दहन की लकड़ी से वास्तु उपाय
इस लकड़ी को घर के मुख्य द्वार के पास रखने से नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश घर में नहीं होता। यह लकड़ी घर की सुरक्षा और शुभता को बढ़ाती है। धन और समृद्धि बढ़ाने के लिए रावण दहन की लकड़ी को घर की तिजोरी या जहां आप धन रखते हैं, वहां रखा जा सकता है। इससे आर्थिक लाभ और स्थिरता बनी रहती है। इस लकड़ी को रसोई या पूजा स्थान पर रखने से घर में शांति, सकारात्मकता और सुख-समृद्धि का वास होता है। यह परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और सौहार्द को बढ़ाने में सहायक होती है।
बुरी नजर से बचाव
माना जाता है कि रावण दहन की लकड़ी बुरी नजर से भी बचाव करती है। इसे घर के किसी ऐसे कोने में रखें जहां परिवार के सदस्य ज्यादा समय बिताते हैं, इससे घर के सदस्यों पर किसी की बुरी नजर नहीं लगती। अगर आप चाहते हैं कि घर में किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा या बाधाएं खत्म हो जाएं, तो इस लकड़ी को धूप जलाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। इससे घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
नोट: यह सब मान्यताओं पर आधारित है, और इन उपायों को करने से पहले अपने विश्वास और सुविधा को ध्यान में रखना चाहिए।