डायबिटीज का कारण बनती हैं सुबह की गई आपकी यह 1 गलती

punjabkesari.in Wednesday, Mar 06, 2019 - 11:00 AM (IST)

डायबिटीज पेशेंट की संख्या दुनियाभर में तेजी से बढ़ती जा रही है। यह बीमारी शरीर में शुगर लेवल बढ़ने के कारण होती है। हालांकि लोगों को लगता है कि इसका कारण सिर्फ गलत डाइट ही है। जबकि यह पूरी तरह गलत है। दरअसल, हाल ही में हुए एक शोध में यह साबित किया गया है कि सुबह ब्रेकफास्ट ना करने से इस बीमारी का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है।

ब्रेकफास्ट स्किपिंग है टाइप 2 डायबिटीज का कारण

अगर आप सोचते हैं कि सुबह का नाश्ता न करने से आप वजन घटा लेंगे तो यह पूरी तरह गलत है। असल में ऐसा करने आप टाइप-2 डायबिटीज को न्यौता दे रहे हैं। जी हां, रिसर्च के मुताबिक, जो लोग नाश्ता नहीं करते उनमें डायबिटीज का खतरा 33% होता है। जो लोग हफ्ते में 4 दिन ब्रेकफस्ट नहीं करते उनमें तो इसका खतरा 55% अधिक होता है। इतना ही नहीं, मोटे लोगों में इसका खतरा 3 गुणा ज्यादा होता है।

PunjabKesari

नाश्ता ना करने से क्यों होती है डायबिटीज

दरअसल, सुबह का नाश्ता ना करने से शरीर के अंदर इंसुलिन का रेसिस्टेंस बढ़ जाता है, जिससे मेटाबोलिज्म सिस्टम पर दबाव पड़ने लगता है। इसके बाद शरीर के अंदर डायबिटीज के लक्षण पनपने लगते हैं। साथ ही इससे आप मोटापे का शिकार भी हो जाते हैं।

प्रोटीन अधिक - कार्बोहाइड्रेट और फैट कम

अगर आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं तो ब्रेकफास्ट में फैट व कार्बोहाइड्रेट की बजाए प्रोटीन ज्यादा मात्रा में लें। इससे शरीर में हॉर्मोन इंसुलिन रेट बढ़ेगा और आप दिनभर एनर्जी से भी भरपूर रहेंगे।

डायबिटिक पेशेंट के लिए जरूरी है प्रोटीन

डायबेटिक पेशेंट्स में कार्बोहाइड्रेट के चयापचय करने की क्षमता कम हो जाती है और इसी कारण उसे हाई ब्लड शुगर होता है इसलिए उन्हें कार्बोहाइड्रेट की जगह अधिक प्रोटीन लेने के लिए जोर दिया जाता है। प्रोटीन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और साथ ही इससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ लगता है। प्रोटीन पेट को धीरे-धीरे खाली करने का काम करता है, जिससे स्टार्च ब्लड में जाने से पहले ही ग्लूकोज में बदल जाता है।

PunjabKesari

डायबिटीज मरीजों के लिए डाइट
स्ट्रॉबेरी का सेवन

स्ट्रॉबेरी में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी मौजूद होता है, जो टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मददगार होता है। एक कप स्ट्रॉबेरी में 160% नैचुरल शुगर होती है, जिससे शुगर कंट्रोल में रहती है।

प्रोबायोटिक फूड्स का करें सेवन

शुगर लेवल को कंट्रोल करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में प्रोबायोटिक युक्त फूड्स जैसे दही, नट्स, सेब, सॉवरक्रॉट, कोम्बुचा, अचार, डार्क चॉकलेट, मिसो सूप और केफिर शामिल करें।

PunjabKesari

सुपर फल तथा सब्जियां

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो अंगूर, बेरीज, सिट्रस फल, अनानास और आड़ू जैसे फल या जूस को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा पालक भी आपके लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें पोटाशियम होता है, जोकि शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।

स्प्राउट्स सैलेड

प्रोटीन और फाइबर से भरपूर स्प्राउट्स भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। दाल की जगह आप काले चने का स्प्राउट्स भी खा सकते हैं।

दालचीनी

नेचुरल तरीके से शुगर कंट्रोल करने के लिए आप दालचीनी का सेवन भी कर सकते हैं। दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट व अन्य पोषक तत्व शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं।

PunjabKesari

ड्राई फ्रूट्स का सेवन

नट्स में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स उच्च मात्रा में और कार्ब्स कम मात्रा में होते हैं। इन्हें खाने से रक्त में ब्लड शुगर का लेवन नहीं बढ़ता इसलिए स्नैक्स में पिस्ता, अखरोट, काजू, बादाम आदि खाएं।

इन चीजों से करें परहेज

शहद, केक, बेकरी फूड्स,सफेद चावल, सफेद ब्रेड, मैदा, सूजी जैसी हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें न खाएं। फलों में आप आम, चीकू, केला, अंगूर, अनानास से परहेज करें। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anjali Rajput

Related News

static