वेजिटेरियन समझकर नवरात्रि में पी रहे हैं व्हिस्की? तो पहले अच्छे से पढ़ लें ये खबर
punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 11:28 AM (IST)

नारी डेस्क: नवरात्रि के दिनों में लोग सात्विक भोजन करते हैं , यानी ऐसा भोजन जिसमें प्याज़, लहसुन, मांस, मछली और शराब जैसी चीज़ों से दूरी रखी जाती है। ऐसे में अक्सर सवाल उठता है क्या व्हिस्की वेजिटेरियन मानी जाती है और क्या नवरात्रि में इसका सेवन किया जा सकता है? चलिए आज जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब
व्हिस्की बनती कैसे है?
व्हिस्की मुख्य रूप से जौ, गेहूं, मक्का और राई जैसे अनाजों से बनाई जाती है। इन अनाजों को फर्मेंटेशन (किण्वन) और डिस्टिलेशन (आसवन) की प्रक्रिया से गुजारा जाता है। इस प्रक्रिया में जानवरों से प्राप्त किसी भी उत्पाद का सीधा इस्तेमाल नहीं होता। इस लिहाज से व्हिस्की को तकनीकी रूप से शाकाहारी (Vegetarian) माना जा सकता है।
एक ट्विस्ट भी है
कुछ ब्रांड्स अपने प्रोडक्शन में फिल्ट्रेशन या कलर स्टेबलाइज़ेशन के लिए ऐसे एजेंट्स का इस्तेमाल करते हैं जिनकी उत्पत्ति जानवरों से हो सकती है। हालांकि, यह बहुत कम ब्रांड्स में पाया जाता है और अधिकतर व्हिस्की 100% वेजिटेरियन ही होती है।
नवरात्रि में क्यों नहीं पीनी चाहिए व्हिस्की?
भले ही व्हिस्की वेजिटेरियन हो, लेकिन नवरात्रि के दौरान मद्यपान (alcohol) को अशुद्ध और व्रत-व्रतियों के नियमों के विपरीत माना गया है। धार्मिक दृष्टि से इन दिनों शरीर और मन को पवित्र और संयमी रखना आवश्यक होता है। शराब नवरात्रि के आध्यात्मिक महत्व और तपस्या की भावना के विपरीत है। यानी कि व्हिस्की वेजिटेरियन हो सकती है, लेकिन नवरात्रि-अप्प्रूव्ड नहीं है। अगर आप व्रत और मां दुर्गा की भक्ति कर रहे हैं, तो इन दिनों शराब से दूर रहना ही उचित है।