भारत के सबसे महंगे स्कूलों के बारे में क्या आपको है जानकारी ? आम आदमी की सैलरी से ज्यादा है यहां की फीस
punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2023 - 11:01 AM (IST)
भारत प्राचीन काल से ही शिक्षा के क्षेत्र में टॉप पर रहा है। 8वी शताब्दी से पहले ही हमारे यहां शिक्षा के बड़े विद्यालय और विश्वविद्यालयों का निर्माण हो चुका था। भारत में कई ऐसे स्कूल हैं जो अपनी अत्यधिक फीस और शानदार सुविधाओं के लिए जाने जाते हैं यहां सिर्फ देश हीं नही विदेश से भी बच्चे पढ़ने आते हैं। आज हम देश के उन टॉप स्कूलों की बात करने जा रहे हैं जहां बच्चों को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है। यहां देखें सबसे महंगे स्कूलों की लिस्ट
दी सिंधिया स्कूल
सबसे पहना नाम आता है दी सिंधिया स्कूल का, जिसकी फीस 12,00,000 लाख रुपए तक है यानि की 1 महीने की फिस एक लाख रुपये है। इस स्कूल की स्थापना 1897 में ग्वालियर फोर्ट के पास हुई थी। तत्कालीन महाराजा माधवराव सिंधिया ने इस स्कूल की स्थापना में सरदार स्कूल के नाम से की थी। कई दशकों तक राजाओं, सरदारों और जागरीदारों के बेटों को अनुशासन और पाबंदी का जीवन व्यतीत करना सिखाया जाता रहा है। घंटी बजते ही बच्चे योग करने पहुंच जाते हैं। हॉस्टल में ही स्नान के बाद ड्रेस निरीक्षण और नाश्ता होता है। उसके बाद भजन और प्रार्थना के बाद पढ़ाई। पढ़ाई के बाद लंच और फिर स्टूडेंट्स स्कूल कैंपस में कुछ भी खेलते हैं।
गुड शेफर्ड इंटरनेशनल स्कूल, ऊटी
दूसरा स्कूल है ऊंटी के नीलगिरी पहाडियों के बीच बना गुड शेफर्ड इंटरनेशनल स्कूल। यहां की सालाना फीस भी 12 से 15 लाख रुपये बताई जाती है। 70 एकड़ में फैले इस इस स्कूल की स्थापना सन 1997 में हुयी थी। ये स्कूल अपनी खास लाइब्रेरी और कई खास स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, जैसे राइफल रेंज, टेनिस, हॉकी, क्रिकेट और अन्य के लिए कोर्ट हैं। ऊंटी के नीलगिरी पहाडियों के बीच में बना यह स्कूल के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता मन को मोह लेने वाली है।
दून स्कूल देहरादून
अब हम बात करते हैं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के दून स्कूल की। भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी,ज्योतिरादित्य सिंधिया, उपन्यासकार विक्रम सेठ और अमिताव घोष, के अलावा कई बड़ी हस्तियों के सुपुत्रों ने यही से शिक्षा प्राप्त की हैं। गांधी परिवार के लिए दून स्कूल में पढ़ना एक परंपरा जैसा है, इस परंपरा की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1945 में की थी।भारत के साथ-साथ दुनियाभर से इस स्कूल में 6वीं से 12वीं क्लास तक के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। यहां की फीस प्रति वर्ष 13,43,000 रुपए है।
Welham Boys School
देहरादून के Welham Boys School का नाम भी दुनिया भर में है। इस स्कूल की फीस 5,70,000 रुपए के आसपास है। यह विद्यालय अपने कठोर नियम-कानून के लिए भी जाना जाता है। इस विद्यालय में मशहूर राजनीतिज्ञ राजीव गांधी, मणिशंकर अय्यर, नवीन पटनायक, संजय गांधी, विक्रम सेठ जैसे बड़े प्रसिद्ध लोग पढ़ चुके हैं।
बिशप कॉटन स्कूल
बिशप कॉटन स्कूल, शिमला (हिमाचल प्रदेश) भारत में सबसे पुराने बोर्डिग स्कूलों में से एक है। इस स्कूल की फीस 4, 20,000 है। इस स्कूल की स्थापना 28 जुलाई 1859 को हुई थी, यहां का कैंपस 56 एकड़ में फैला हुआ है। इस स्कूल में लगभग 500 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं।
लॉरेंस स्कूल
लॉरेंस स्कूल की बाकी स्कूलों की तरह काफी महंगा है। लॉरेंस स्कूल की स्थापना 17 अप्रैल 1847 को सर हेनरी एम. लॉरेंस ने की थी जो देश के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है। 139 एकड़ जमीन के बड़े क्षेत्र में फैले स्कूल के में बड़ा खेल का मैदान, भवन, और हॉस्टल है। प्रकृति के बीच स्थित पूरा क्षेत्र देवदार, शाहबलूत और चीड के जंगलों से घिरा हुआ है। शुरुआती दिनों में कुछ एंग्लो-इंडियन बच्चों को ही यहां दाखिला दिया जाता था। उसके बाद 1853 तक इस स्कूल में 195 विद्यार्थियों के लिए यह स्कूल विकसित हो गया था।
ऋषि वैली स्कूल
इस लिस्ट में आंध्र प्रदेश के चित्तौड़ जिले में स्थित ऋषि वैली स्कूल का नाम भी शामिल है। अपनी बेहतर पढ़ाई के साथ ही यह स्कूल एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज और कम्युनिटी सर्विस के लिए भी काफी मशहूर है। ऋषि वैली स्कूल की फीस 1 साल की 4 लाख रुपए हैबताई जा रही है।
वुडस्टॉक स्कूल
भारत के उत्तराखण्ड में स्थित वुडस्टॉक स्कूल मानो धरती के स्वर्ग में है। घने जंगलों के बीच पहाड़ों के ऊपर बना यह स्कूल अपने स्वच्छ वातावरण के लिए भी काफी पसंद किया जाता है। इस स्कूल की स्थापना वर्ष 1854 में हुई थी। आजादी के समय से यह स्कूल भारत का सबसे पुराना स्कूल माना जाता है। विद्यालय में एडमिशन के लिए 16 लाख रुपये का भुगतान करना होता है। इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों में देश के कई महान हस्तियां है।
मर्सिडीज बेंज इंटरनेशनल स्कूल
आखिर में हम आपको बताते हैं मर्सिडीज बेंज इंटरनेशनल स्कूल के बारे में। यह स्कूल पुणे के हिंजवाडी नामक जगह पर स्थित है। यहां पर बच्चे के दिमाग में क्या चल रहा है यह जानने के लिए समय समय पर मनोवैज्ञानिक द्वारा उनका टेस्ट भी कराया जाता है। ये स्कूल अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त स्कूल में से एक है। बात करें यहां की फीस की तो यहाँ सालाना फीस 16,00,000 है यानि एक महीने की फीस करीब एक लाख 33 हजार होती है।