क्या आपको भी नहीं पचते दूध और दहीं? जानें वजह और अपनाएं ये सावधानियां
punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 02:40 PM (IST)

नारी डेस्क : दूध और दही भारतीय खानपान का अहम हिस्सा हैं। दूध को कम्पलीट डाइट कहा जाता है क्योंकि इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स भरपूर होते हैं। वहीं दही पाचन को दुरुस्त रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसके बावजूद, कई लोग ऐसे हैं जिन्हें दूध या दही खाने के बाद पेट दर्द, गैस या दस्त जैसी समस्या हो जाती है। आइए जानते हैं इसका कारण और सावधानियां।
लैक्टोज इनटॉलरेंस
दूध और दही में लैक्टोज नामक प्राकृतिक शुगर पाई जाती है, जो सामान्य रूप से लैक्टेज एंजाइम की मदद से शरीर में पचती है। लेकिन कुछ लोगों के शरीर में यह एंजाइम पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता, जिसके कारण वे लैक्टोज को सही तरीके से पचा नहीं पाते। ऐसी स्थिति को लैक्टोज इनटॉलरेंस कहा जाता है। इसका असर दूध या दही का सेवन करने के बाद तुरंत दिखाई दे सकता है, जैसे पेट फूलना, तेज गैस बनना, दस्त लगना, पेट में मरोड़ या भारीपन महसूस होना। यही कारण है कि लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोगों को दूध-दही पचने में दिक्कत आती है और उन्हें अक्सर इनसे परहेज करने या लैक्टोज-फ्री विकल्प चुनने की सलाह दी जाती है।
पाचन तंत्र की कमजोरी
जिन लोगों का डाइजेस्टिव सिस्टम कमजोर होता है, उनके लिए दूध पचाना मुश्किल हो जाता है। दूध में मौजूद वसा और प्रोटीन को तोड़ने के लिए मजबूत पाचन शक्ति की आवश्यकता होती है, लेकिन कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों में यह प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। परिणामस्वरूप दूध पीने के बाद उन्हें भारीपन, एसिडिटी, पेट में जलन या अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर रात के समय दूध पीना ऐसे लोगों के लिए और भी मुश्किल हो सकता है, क्योंकि उस समय पाचन क्रिया धीमी होती है। यही वजह है कि कमजोर पाचन वाले लोगों को दूध हल्की मात्रा में और दिन के समय लेना चाहिए।
एलर्जी की समस्या
कुछ लोगों को दूध में मौजूद प्रोटीन (Casein) से एलर्जी होती है। यह समस्या लैक्टोज इनटॉलरेंस से अलग होती है, क्योंकि इसमें शरीर दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन को एक हानिकारक तत्व मानकर उस पर प्रतिक्रिया करता है। ऐसे लोगों को दूध या दूध से बने उत्पाद का सेवन करते ही त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते, नाक बहना, आंखों में पानी आना, सांस लेने में तकलीफ, पेट दर्द या उल्टी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। गंभीर मामलों में दूध एलर्जी से अस्थमा का अटैक या एनाफिलेक्टिक शॉक जैसी खतरनाक स्थिति भी बन सकती है। इसलिए जिन लोगों को दूध प्रोटीन से एलर्जी हो, उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर दूध और उससे बने उत्पादों से परहेज करना चाहिए।
गलत समय पर सेवन
दूध और दही के फायदे तभी मिलते हैं जब इन्हें सही समय पर खाया जाए। अगर इनका सेवन गलत समय पर किया जाए तो यह शरीर पर उल्टा असर डाल सकता है। उदाहरण के लिए, रात में दही खाने से कई लोगों में कफ बढ़ने, सर्दी-जुकाम या गले में खराश जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, भारी भोजन के तुरंत बाद दूध पीना पाचन तंत्र पर दबाव डालता है, जिससे एसिडिटी, गैस और अपच जैसी दिक्कतें होने लगती हैं। यही कारण है कि दूध और दही को सही समय पर और सीमित मात्रा में लेना ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है।
दूध-दही के सेवन से पहले रखें ये सावधानियां
दूध और दही दोनों ही शरीर को पोषण देने वाले खाद्य पदार्थ हैं, लेकिन इन्हें सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सही तरीके से सेवन करने पर ये सेहत को कई फायदे पहुंचाते हैं, जबकि लापरवाही करने पर पाचन संबंधी दिक्कतें भी हो सकती हैं। आइए जानते हैं किन-किन सावधानियों का पालन करना चाहिए।
गर्म दूध पिएं : ठंडा दूध पेट पर भारी पड़ सकता है और अपच का कारण बन सकता है, इसलिए हल्का गुनगुना दूध पीना बेहतर है।
खाली पेट दूध न पिएं : खाली पेट दूध पीने से गैस और एसिडिटी हो सकती है, इसलिए इसे हल्के स्नैक्स या भोजन के बाद ही दूध लेना चाहिए।
दही दिन में खाएं : दही का सेवन खासकर दोपहर के समय करना पाचन के लिए अधिक फायदेमंद होता है। इस लिए दोपहर के लंच में दही शामिल जरूर करें।
रात में दही से बचें : रात को दही खाने से कफ और जुकाम की समस्या हो सकती है। अगर रात में दही लेना जरूरी हो तो उसमें थोड़ा काला नमक या काली मिर्च मिलाकर खाएं।
लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोग सावधान रहें : जिन्हें दूध पचाने में दिक्कत होती है, वे लैक्टोज-फ्री दूध या सोया, बादाम जैसे विकल्प चुन सकते हैं।
धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाएं : अगर लंबे समय से दूध-दही का सेवन नहीं कर रहे हैं तो अचानक ज्यादा मात्रा लेने से बचें। कम मात्रा से शुरू करके धीरे-धीरे इसकी आदत डालें।
डॉक्टर से सलाह लें : अगर एलर्जी, लगातार अपच, गैस या दस्त जैसी समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं और उनकी सलाह के अनुसार ही दूध-दही का सेवन करें।
सही समय और सही तरीके से दूध-दही का सेवन करने पर यह न सिर्फ हड्डियों और दांतों को मजबूत करता है बल्कि पाचन को दुरुस्त रखकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है।