वर्क फ्रॉम होम में गर्दन-कमर दर्द ने कर दिया परेशान तो करें बाबा रामदेव के बताए योगासन
punjabkesari.in Friday, Jun 25, 2021 - 12:12 PM (IST)
कोरोना वायरस के कारण बहुस-से लोगों को वर्क फ्रॉम होम करना पड़ा। वहीं, स्कूल-कॉलेज बंद होने के बाद छात्र ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। जबकि लॉकडाउन के कारण देशभर में गैजेट्स का यूज काफी बढ़ गया है। मगर, घर में पूरी दिन लैपटॉप और कंप्यूटर के सामने बैठे रहने से लोगों को गर्दन और पीठ में दर्द की समस्या झेलनी पड़ रही है।
वर्क फ्रॉम होम के कारण दर्द से परेशान लोग
रिसर्च के अनुसार, वर्क फ्रॉम होम की वजन से 20% लोग कमर दर्द से परेशान है। वहीं, भारत में 60% लोगों में रीढ़ की हड्डी में दर्द की बढ़ गई है। जबकि 10 में से 7 लोग सर्वाइकल पेन से परेशान हैं। दर्द से छुटकारा पाने के लिए बहुत से लोग दवाइयों की तरफ भागते हैं लेकिन इससे लिवर को नुकसान हो सकता है। ऐसे में आप कमर, गर्दन, सर्वाइकल और रीढ़ की हड्डी में दर्द से छुटकारा पाने के लिए बाबा रामदेव के बताए योगासन कर सकते हैं।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन किडनी औप पाचन को दुरुस्त रखने में कारगर है। साथ ही नियमित यह योग करने से शरीर का पॉश्चर सुधरता है और दर्द में भी आराम मिलता है। इसके लिए घुटनों के बीच 2 फुट की दूरी बनाकर बैठें। अब धीरे-धीरे खड़े होकर पैरों व सिर को पीछे की ओर करते हुए झुकाएं। फिर हाथों को पीछे की तरफ करते हुए एड़ियों को पकड़ें और गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं। ध्यान रखें कि गर्दन में झटका ना लगे। अब धीरे-धीरे सांस लें। कुछ देर इस स्थिति में रहने के बादसामान्य अवस्था में आ जाएं।
मकरासन
पीठ के दर्द से छुटकारा पाने के लिए मकरासन करें। मकरासन करने के लिए सबसे पहले अपनी ठुड्डी को फर्श पर लगाकर सीधे लेट जाएं। फिर अपने हाथों पर ठुड्डी को टिकाएं। अब सांस लेते हुए पैरों को मोड़ें और सांस छोड़ते हुए पैरों को सीधा करें। अब इस प्रक्रिया को दोनों पैरों पर करें। साथ ही यह वजन घटाने में भी बहुत फायदेमंद है।
भुजंगासन
भुजंगासन मांसपेशियों, फेफड़ों, कंधों और सीने को स्ट्रेच करता है, जिससे दर्द दूर होता है। इसके लिए पेट के बल लेटकर दोनों हाथाों को माथे के नीचे टिकाए। दोनों पैरों के पंजों को साथ रखें। फिर माथे को ऊपर ऊठाकर दोनों बाजुओं को कंधों के समान लाएं। अब शरीर के अगले भाग को बाजुओं के सहारे ऊपर उठाएं। शरीर को स्ट्रेच करके लंबी सांस लें। कुछ समय तक इस आसन को करें। फिर दोबारा पेट के बल लेट जाएं।