Health Update: दिमाग को स्वस्थ रखना है तो आज ही करें ये 5 बदलाव
punjabkesari.in Tuesday, Jan 07, 2020 - 02:39 PM (IST)
आजकल लोगों का लाइफस्टाइल इतना बिगड़ चुका है कि वो इसके कारण किसी ना किसी बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। वहीं गलत डाइट, समय पर ना सोना, फिजिकल एक्टिविटी ना करने का सबसे ज्यादा असर दिमाग पर पड़ता है। इसके कारण जहां कमजोर याददाश्त, अल्जाइमर जैसी बीमारियां पहले बुढ़ापे में देखने को मिलती थी वहीं अब युवा व बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
ऐसे में इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें। चलिए हम आपको कुछ टिप्स देते हैं, जिससे आप दिमाग को स्वस्थ रख सकते हैं और बुढ़ापे में होने वाली इन बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
चलने की डालें आदत
रोजाना कम से कम आधे घंटे की सैर करें। साथ ही ऑफिस में लिफ्ट की बजाए सीढ़ियों का इस्तेमाल करें। शोध के मुताबिक, रोजाना 10,000 कदम चलने से दिमागी बीमारियों का खतरा कम होता है। साथ ही इससे आपका दिल भी स्वस्थ रहता है।
हरी और पत्तेदार सब्जियां
डाइट में ज्यादा ज्यादा हरी सब्जियां जैसे साग, पालक, ब्रोकली, पत्तागोभी आदि शामिल करें। हरी सब्जियों में मौजूद पोषक तत्व दिमागी कोशिकाओं को सक्रिय रखता है, जिससे ना सिर्फ याददाश्त तेज होती है बल्कि इससे आप तनाव, डिप्रेशन से भी बचे रहते हैं।
ब्लड प्रेशर
ब्लड प्रेशर बढ़ने या कम होने से सिर्फ दिल ही नहीं बल्कि दिमाग पर भी काफी असर पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप हर महीने ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करवाएं। आपका यह एक काम आपको कई परेशानियों से बचाने में मदद कर सकता है।
नींद
बिजी शेड्यूल और मोबाइल के चक्कर में लोग नींद लेना तो भूल ही गई हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, हर किसी के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूरी है लेकिन आजकल लोग पूरी नींद नहीं लेते। इससे ना स्मरण शक्ति कमजोर होती है बल्कि अल्जाइमर रोग का खतरा भी बढ़ता है।
जंक और फास्ट फूड
भले ही तला-भुना, मसालेदार व जंक फूड्स खाने में स्वादिष्ट हो लेकिन सेहत के नजरिए से यह बिल्कुल गलत है। इससे दिमाग की कोशिकाओं धीरे-धीरे नष्ट होने लगती है। वहीं ऐसे फूड्स ग्लियाल कोशिकाओं को उत्तेजित करते हैं, जिससे आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप भी चाहते हैं कि बुढ़ापे से पहले और इन परेशानियों का सामना ना करना पड़े तो बेहतर होगा कि आप अपने लाइफस्टाइल में सुधार करें। ये छोटे-मोटे बदलाव आपको कई बड़ी परेशानियों से बचाने में मदद कर सकते हैं।