Health Care: ओमिक्रॉन संक्रमण का संकेत देते हैं ये लक्षण, भूलकर भी ना करें इग्नोर
punjabkesari.in Thursday, Dec 23, 2021 - 05:38 PM (IST)
कोविड 19 का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अब तक करीब 90 देशों के लोगों को संक्रमित कर चुका है। एक्सपर्ट अनुसार, कोरोना के पिछले वैरिएंट से यह 7 गुना अधिक फैलने वाला वायरस है। इसके लक्षण कोविड के पिछले लक्षणों से कुछ अलग दिखाई दे रहे हैं। WHO के मुताबिक डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले इस नए वायरस के लक्षण भले ही हल्के हैं। मगर तेजी से फैलने वाली इस बीमारी की चपेट में आने से बचने के लिए किसी भी तरह की लापरवाही करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
चलिए जानते हैं ओमिक्रॉन के लक्षण
कोरोना की पिछली लहर डेल्टा वैरिएंट ने भारी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में लिया। डेल्टा वैरिएंट से पीड़ित मरीजों में तेज बुखार, लगातार खांसी, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और ऑक्सीजन लेवल अचानक कम होना आदि लक्षण देखे गए। मगर ओमिक्रॉन के लक्षण एक जैसे ना होकर अलग हैं। ऐसे में इसे अनदेखा ना करने में ही भलाई है।
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चलिए जानते हैं ओमिक्रॉन के लक्षणों के बारे में...
बहुत ज्यादा थकान रहना
कोरोना के पहले वैरिएंट की तरह ओमिक्रॉन में भी मरीज को बहुत थकान महसूस होने का खतरा रहता है। थकान व कमजोरी के कारण बार-बार आराम करने का ही मन करता है। इसके कारण रोजाना के काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गले में चुभन महसूस होना
रिपोर्ट मुताबिक ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों को गले में खराश की जगह चुभन महसूस हो सकती है। वैसे तो गले में खराश व चुभन कुछ हद तक एक जैसी हो सकती है। मगर गले में होने पर दर्द ज्यादा महसूस होता है। इसके विपरीत गले की चुभन में जलन सा महसूस होने लगता है।
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हल्का बुखार महसूस होना
कोरोना के पिछले वैरिएंट में संक्रमित मरीजों में हल्के से तेज बुखार होने के लक्षण दिखाई दिए। मगर ओमिक्रॉन में मरीज को हल्का बुखार होता है। वहीं यह बुखार खुद ही ठीक भी हो जाता है।
रात को शरीर में दर्द व पसीना आने की परेशानी
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग अनुसार, ओमिक्रॉन के मरीजों को रात दौरान शरीर में दर्द महसूस होता है। इसके साथ ही ज्यादा पसीना आने की परेशानी होती है। इसके कारण इतना पसीना आता हैं कि मरीज के कपड़े व बिस्तर तक भीग जाता है।
सूखी खांसी
ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों में सूखी खांसी का लक्षण देखने को मिल रहा है। वैसे तो यह लक्षण कोरोना के अब तक सभी स्ट्रेन में महसूस किया गया है।
ऐसे में ऊपर बताएं कोई लक्षण महसूस होने पर बिना देरी किए कोरोना टेस्ट करवाने में ही भलाई है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट में ये लक्षण नहीं
बता दें, कोरोना के पिछले वैरिएंट के कई लक्षण ओमिक्रॉन के मरीजों में नहीं देखे गए है। जैसे कि इस वैरिएंट में मरीजों को कोरोना के पिछले स्ट्रेन की तरह स्वाद व सुगंध महसूस ना होना, नाक बंद या भरी महसूस होना, तेज बुखार होना, सांस संंबंधी परेशानी होना आदि लक्षण देखने को नहीं मिल रहे हैं।
ओमिक्रॉन में सांस जुड़ी दिक्कत नहीं
जहां कोरोना के पिछले सभी वैरिएंट मरीजों के फेफड़ों पर अटैक करते थे। ऐसे में उन्हें सांस संबंधी समस्याएं होती थी। मगरओमिक्रॉन वायरस गले पर अटैक करता है। एक्सपर्ट अनुसार शायद फेफड़ों में पहुंचकर यह वायरस नहीं बढ़ रहा। इसलिए सांस से जुड़ी कोई समस्या नहीं हो रही। ऐसे में फेफड़ों पर ओमिक्रॉन का असर अधिक नहीं पड़ रहा।
पिछले वैरिएंट की तुलना में 7 गुना अधिक फैलने वाला
एक्सपर्ट अनुसार, ओमिक्रॉन गले में तेजी से बढ़ने वाला वायरस है। मगर इससे गंभीर निमोनिया होने का खतरा कम रहेगा। भले ही ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा से हल्के हैं मगर इस यह नया वैरिएंट पिछले वायरस की तुलना में 7 गुना अधिक फैलने वाला है। इससे अधिक मात्रा में लोग संक्रमित हो सकते हैं। मगर फिर भी इसके गंभीर लक्षण, अस्पताल में भर्ती या मौत के मामले अधिक ना आने की ही आशंका है।