धूप से बेहाल पौधों को फिर से बनाएं हरा-भरा, बस 5 दिन में असर करेगा यह देसी घरेलू उपाय
punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 05:48 PM (IST)

नारी डेस्क: अप्रैल का महीना अब खत्म होने को है और गर्मी अपने पूरे जोर पर है। दिन का तापमान 40 डिग्री से भी ऊपर जा चुका है। ऐसी चिलचिलाती धूप में बाहर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं लगता। ज्यादातर लोग अपने जरूरी कामों को सुबह या फिर शाम के समय निपटाने की कोशिश करते हैं, ताकि धूप में बाहर निकलने से बचा जा सके। अब ज़रा सोचिए, जब इंसान इतनी गर्मी में बेहाल है, तो हमारे बेजुबान पौधों का क्या हाल हो रहा होगा?
गर्मियों में पौधे क्यों सूख जाते हैं?
तेज धूप और बढ़ते तापमान के कारण ज्यादातर पौधे गर्मी में सूखने लगते हैं। उनकी पत्तियां मुरझा जाती हैं और पौधे बेजान से दिखने लगते हैं। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो ये पौधे मर भी सकते हैं। ऐसे में पौधों को पोषण देना बहुत जरूरी हो जाता है, ताकि वे फिर से हरे-भरे और जिंदा हो सकें।
एक आसान घरेलू उपाय: तस्कीन फराह की खास टिप्स
कंटेंट क्रिएटर तस्कीन फराह ने एक बहुत ही आसान और सस्ता तरीका बताया है, जिससे आप अपने सूखते पौधों को दोबारा जिंदगी दे सकते हैं। इसके लिए न तो आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की ज़रूरत है, और न ही किसी खास चीज़ की।
कैसे बनाएं पोषक घोल?
इस घरेलू जैविक खाद को बनाने के लिए आपको चाहिए: सोया चंक्स, पानी, थोड़ी सी चाय पत्ती, गाजर के छिलके।
बनाने का तरीका
1. सबसे पहले सोया चंक्स को पानी में अच्छी तरह उबाल लें।
2. उबालने के बाद जब यह ठंडा हो जाए, तो चंक्स को अच्छी तरह से निचोड़ लें और उसका पानी अलग कर लें।
3. अब इस पानी में थोड़ी सी इस्तेमाल की हुई चायपत्ती और गाजर के छिलके डाल दीजिए।
4. इस मिश्रण को पूरी रात ऐसे ही ढककर रख दीजिए।
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कैसे करें इस्तेमाल?
सुबह उठकर इस मिश्रण को छान लें। अब जो पोषक तत्वों से भरपूर पानी तैयार हुआ है, उसे अपने सूखते पौधों में थोड़ा-थोड़ा करके डालें। तस्कीन फराह का दावा है कि इस घोल का असर सिर्फ 5 दिनों में दिखने लगेगा। सूखे हुए पौधे फिर से हरे-भरे दिखने लगेंगे और उनमें जान सी आ जाएगी।
क्यों फायदेमंद है सोया चंक्स की खाद?
सोयाबीन एक दलहन है, जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पौधों की ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी हैं। जब यह पानी में फर्मेंट होता है, तो यह एक जैविक खाद बन जाता है। जैविक खाद होने के कारण, इसमें कोई भी हानिकारक रसायन नहीं होता। इसके प्रयोग से मिट्टी की गुणवत्ता सुधरती है, और इसकी जल धारण क्षमता बढ़ जाती है।
अगर आप भी चाहते हैं कि आपके पौधे गर्मियों में सूखे नहीं, तो तस्कीन फराह का यह तरीका जरूर अपनाएं। न तो इसमें ज़्यादा खर्च है, और न ही किसी मुश्किल सामग्री की जरूरत। थोड़ी सी मेहनत और नियमित देखभाल से आप अपने बेजान पौधों में फिर से हरियाली लौटा सकते हैं।