जिस पिस्टल ने  सिद्धू मूसेवाला की छिनी सांसे उसी से दिशा पटानी के घर हुआ हमला, बाबा सिद्दीकी का भी है इससे कनेक्शन

punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 11:33 AM (IST)

नारी डेक: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और महाराष्ट्र के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्याओं में क्या समानता है? तीनों ही मामलों में, हत्या का हथियार एक जैसा था—तुर्की में बनी एक ज़िगाना पिस्टल। यही वह पिस्टलथी जिसका इस्तेमाल उन दो शूटरों ने भी किया था जिन्होंने बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी के बरेली स्थित आवास के बाहर गोलीबारी की थी, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया था।

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 गैंगस्टरों के बीच बेहद लोकप्रिय है ये पिस्टल

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, ज़िगाना पिस्टल दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के गैंगस्टरों के बीच बेहद लोकप्रिय है क्योंकि यह एक बार में 15 से ज़्यादा राउंड फायर कर सकती है, इसके जाम होने की कम संभावना है और यह बहुत सटीक भी है। पुलिस ने कहा कि पटानी के आवास पर हुई गोलीबारी का सीसीटीवी फुटेज इसकी पुष्टि करता है, जिसमें दिखाया गया है कि ट्रिगर दबाने से कई राउंड गोलियां चलीं।

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निशानेबाजों के पास से मिली  दो गन

रोहित गोदारा-गोल्डी बरार गिरोह के रवींद्र (24) और अरुण (27) ने  12 सितंबर की सुबह करीब 3.30 बजे, पटानी के घर पर करीब 8-10 राउंड फायरिंग की और फरार हो गए। बुधवार शाम को गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली पुलिस ने संयुक्त मुठभेड़ में इन बदमाशों को मार गिराया। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एक जिगाना पिस्टल बरामद की। उन्होंने निशानेबाजों के पास से एक ऑस्ट्रियाई ग्लॉक पिस्तौल भी बरामद की, जिसका इस्तेमाल भारतीय पुलिस बल व्यापक रूप से करते हैं।

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 बाबा सिद्दीकी को भी मारा गया था इसी पिस्तोल से

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिगाना पिस्टल तुर्की में बनती हैं, लेकिन पाकिस्तान में इसके नकली संस्करण आसानी से उपलब्ध हैं। अधिकारी ने आगे बताया कि भारत में अंतिम उपयोगकर्ता तक पहुंचने तक इसकी कीमत 2-4 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। पुलिस को पता चला कि 2022 में, ऐसी पिस्तौलों की एक बड़ी संख्या कथित तौर पर ड्रोन के ज़रिए पाकिस्तान से भारत में तस्करी करके लाई गई थी और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े निशानेबाजों को दी गई थी। बाद में, 2023 में प्रयागराज में अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्याओं के साथ-साथ 2024 में मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में भी इसी तरह के आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल किया गया था।
 


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Content Writer

vasudha

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