पैरों के इन 5 संकेतों पर नजर रखें डायबिटीज के मरीज
punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 05:36 PM (IST)
नारी डेस्क: डायबिटीज़ के मरीजों में पैरों की नसों को नुकसान (Diabetic Neuropathy) होना एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। अगर समय रहते इसके संकेत पहचान लिए जाएं, तो बड़े घाव, इंफेक्शन और यहां तक कि पैर कटने जैसी स्थिति से भी बचा जा सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पैरों में दिखने वाले ये 5 संकेत नर्व डैमेज की ओर इशारा कर सकते हैं।
डायबिटिक फुट के 5 खतरनाक संकेत
झुनझुनी या सुई चुभने जैसा एहसास: पैरों में बार-बार झुनझुनी, जलन या सुई चुभने जैसा दर्द होना नसों के खराब होने का शुरुआती संकेत हो सकता है।
सुन्नपन या कम महसूस होना: अगर पैर छूने, गर्म-ठंडा या दर्द को ठीक से महसूस नहीं कर पा रहे हैं, तो यह नर्व डैमेज का गंभीर लक्षण है। इससे चोट लगने पर भी पता नहीं चलता।
जलन या तेज दर्द, खासकर रात में: रात के समय पैरों में तेज जलन, चुभन या दर्द बढ़ जाना डायबिटिक न्यूरोपैथी का आम संकेत माना जाता है।
पैरों में कमजोरी और संतुलन की समस्या: नसों के कमजोर होने से चलते समय लड़खड़ाना, पैर उठाने में दिक्कत, संतुलन बिगड़नाजैसी समस्याएं हो सकती हैं।
छोटे घाव, छाले या जख्म का देर से भरना: अगर पैरों में छोटे कट, छाले या जख्म ठीक होने में ज्यादा समय ले रहे हैं, तो यह ब्लड सर्कुलेशन और नर्व डैमेज दोनों की चेतावनी हो सकती है।
ये संकेत दिखने पर सबसे पहला और जरूरी कदम क्या करें?
तुरंत ब्लड शुगर कंट्रोल करें: यह सबसे पहला और सबसे जरूरी कदम है। फास्टिंग, PP और HbA1c की जांच कराएं। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं/इंसुलिन नियमित लें मीठा, रिफाइंड कार्ब्स से दूरी रखें। बिना शुगर कंट्रोल के कोई इलाज असरदार नहीं होता।
डॉक्टर (फिजिशियन/एंडोक्राइनोलॉजिस्ट) से मिलें: खुद से दवा न लें। डॉक्टर नर्व कंडक्शन टेस्ट, ब्लड टेस्ट,विटामिन B12 लेवल जैसी जांच की सलाह दे सकते हैं।
रोज़ाना पैरों की जांच शुरू करें: कट, छाले, लालिमा, सूजन देखें। आईने से तलवों की जांच करें, जरा सा घाव भी दिखे तो तुरंत ध्यान दें
पैरों की सुरक्षा करें: नंगे पांव न चलें। सॉफ्ट, आरामदायक और सही साइज के जूते पहनें। टाइट मोज़े या चप्पल से बचें
दर्द/जलन को नजरअंदाज न करें: जलन, झुनझुनी, सुन्नपन बढ़े तो तुरंत बताएं। डॉक्टर जरूरत पड़ने पर नर्व पेन की दवा देंगे
कब तुरंत डॉक्टर को दिखाएं?
अगर पैर सुन्न हो जाए, घाव ठीक न हो, चलने में संतुलन बिगड़े,रात में असहनीय दर्द तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना ही समझदारी है। याद रखें
डायबिटिक न्यूरोपैथी का इलाज दवाओं से ज्यादा, समय पर की गई सावधानी से होता है।

