डायबिटीज मरीज जरूर खाएं लाल आटे की रोटी, शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल

punjabkesari.in Friday, Sep 05, 2025 - 05:15 PM (IST)

नारी डेस्क : डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे अहम बात यह होती है कि वे रोजमर्रा की डाइट का खास ध्यान रखें। क्योंकि आप जो भी खाते हैं, उसका सीधा असर आपके ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है। अक्सर रोटी खाने से भी कई बार शुगर लेवल बढ़ जाता है, इसलिए मरीजों को बहुत सोच-समझकर रोटी और अनाज का चुनाव करना चाहिए।

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ऐसे में रागी का आटा (जिसे नाचनी भी कहा जाता है) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। खासतौर पर मानसून के मौसम में रागी की रोटियां आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ-साथ शरीर को हेल्दी रखने में मदद करती हैं।

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क्यों है रागी की रोटी डायबिटीज में फायदेमंद?

फाइबर से भरपूर : रागी के आटे में डाइटरी फाइबर अच्छी मात्रा में होता है। यह शुगर को धीरे-धीरे शरीर में रिलीज करता है जिससे अचानक ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा कम हो जाता है।

प्रोटीन और मिनरल्स : इसमें प्रोटीन के साथ कैल्शियम, फॉस्फोरस और जिंक जैसे मिनरल्स होते हैं जो हड्डियों और शरीर की मजबूती के लिए जरूरी हैं।

लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स : रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, यानी इसे खाने के बाद शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। यही वजह है कि यह डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित है।

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रागी की रोटियों के अन्य फायदे

डाइजेशन बेहतर बनाए: रागी की रोटी पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है। यह आंतों को साफ रखने में मदद करती है और कब्ज, पेट फूलना और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। इसे खाने से खाना आसानी से पच जाता है और पेट हल्का महसूस होता है।

बॉडी डिटॉक्स और स्किन ग्लो : रागी शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करती है। इससे बॉडी की गहरी सफाई होती है और डाइजेशन भी अच्छा रहता है। जब शरीर अंदर से साफ रहता है तो इसका असर चेहरे पर दिखता है और स्किन नेचुरल ग्लो करने लगती है। 

वेट लॉस में मददगार : रागी की रोटियां वजन घटाने में सहायक होती हैं। इसमें मौजूद फाइबर शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता। इससे बार-बार खाने की आदत कम होती है और धीरे-धीरे वजन घटने लगता है।

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रागी की रोटी खाने का सही तरीका

रागी की रोटी बनाने का तरीका बिल्कुल साधारण गेहूं की रोटी जैसा ही होता है। आप चाहें तो इसे सिर्फ रागी के आटे से बना सकते हैं या फिर गेहूं और रागी के आटे को मिलाकर भी रोटी तैयार कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए इसे सुबह के नाश्ते या दोपहर के खाने में शामिल करना सबसे बेहतर माना जाता है, क्योंकि इस समय शरीर इसे आसानी से पचा लेता है और ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल रहता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए रागी की रोटी एक हेल्दी और सुरक्षित विकल्प है। यह न केवल ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करती है बल्कि वजन घटाने, पाचन सुधारने और स्किन को हेल्दी रखने में भी फायदेमंद है। यह लेख केवल सामान्य जानकारी और घरेलू उपाय बताता है। किसी भी तरह का मेडिकल बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या डायटीशियन से जरूर सलाह लें।


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Content Editor

Monika

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